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पीएम मोदी का राजस्थान में आगामी दौरा: किसानों को मिलेगी बड़ी सौगात

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आज के इस आलेख में हम आपको बताएंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी इस बार 28 जुलाई को राजस्थान के नागौर और खरनाल में यात्रा करेंगे और किसानों को देंगे एक बड़ी सौगात। यह एक खास मौका है, क्योंकि वे पिछले नौ माह में राजस्थान में सात बार आ चुके हैं। इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी नागौर और खरनाल के किसानों को संबोधित करने और उन्हें विभिन्न योजनाओं के तहत लाभ प्रदान करने के लिए वहां जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने पिछले कई दौरों में देशभर के किसानों को सम्मान निधि के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की है। इस योजना के तहत वे योग्य किसानों के खातों में पैसे का ट्रांसफर करते हैं, जिससे उन्हें खेती और कृषि से जुड़े अन्य खर्चों की सहायता मिलती है। नागौर में पीएम मोदी यहां के किसान वर्ग को संबोधित करके खातों में 18 हजार करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि राशि ट्रांसफर करेंगे, जो बड़ी सौगात के रूप में साबित होगी।

इस दौरे के माध्यम से पीएम मोदी ने पश्चिमी राजस्थान के बड़े इलाकों को कवर करने की योजना बनाई है। इससे पहले भी उन्होंने राजस्थान के कई जिलों में जनसभाओं को संबोधित किया है और उनके विकास के लिए नई योजनाएं घोषित की हैं। यह यात्रा चुनाव से पहले होने वाली है, इसलिए इसे चुनावी रणनीति के रूप में भी देखा जा सकता है।

पीएम मोदी के दौरे के लिए बीजेपी ने तैयारियों में जुट गई है और पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह भी इस यात्रा में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। जेपी नड्डा राजस्थान आने वाले हैं और वहां बीजेपी का अभियान शुरू करेंगे, जिसमें पार्टी के पदाधिकारियों के साथ मंथन किया जाएगा। इसके बाद गृहमंत्री अमित शाह भी राजस्थान आएंगे और श्रीगंगानगर में एक जनसभा को संबोधित कर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागौर और खरनाल में किसानों को समर्थन: 18 हजार करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि राशि का ट्रांसफर

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पीएम नरेंद्र मोदी का राजस्थान में आयोजित दौरा किसानों के लिए एक बड़ी सौगात के रूप में साबित होने की उम्मीद है। इस दौरे में प्रधानमंत्री ने नागौर और खरनाल के किसानों को संबोधित किया और उन्हें खातों में 18 हजार करोड़ रुपये की किसान सम्मान निधि राशि ट्रांसफर करने की घोषणा की।

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किसान सम्मान निधि योजना द्वारा, पात्र किसानों को प्रति वर्ष 6000 रुपये की सहायता प्रदान की जाती है, जो तीन बरसी के लिए 2000-2000 रुपये के तहत दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार करना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में किसानों से कहा कि उनके विकास के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है, जो खेती और कृषि से जुड़े विभिन्न पहलुओं में समर्थन प्रदान कर रही है। उन्होंने किसानों से कहा कि सरकार उनके हितों की रक्षा करने में प्रतिबद्ध है और सभी उन्हें विकास के मार्ग में सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रही है।

इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने खरनाल के लोकदेवता तेजाजी के मंदिर में भी पूजा अर्चना की। इससे प्रधानमंत्री ने किसानों के समर्थन के साथ-साथ राजस्थान के धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्यों का भी सम्मान किया।

पीएम मोदी के द्वारा नागौर और खरनाल में किया गया किसानों के समर्थन का एक और महत्वपूर्ण पहलू था, जो किसानों को उनके कठिनाईयों से निकालने में मदद करेगा। इससे राजस्थान के किसान वर्ग को अधिक विकास के दिशा में प्रेरित किया जा सकता है। इस समय, जब देश और विश्व में कृषि सेक्टर में चुनौतियाँ हैं, सरकार के इस प्रकार के समर्थन से किसानों को नई उम्मीदें मिल सकती हैं और वे अपनी खेती में नए तकनीकों का भी उपयोग कर सकते हैं।

पीएम मोदी के दौरे से प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग में बदलाव और विकास की योजनाएं। .

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दौरे के द्वारा प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग में बदलाव और विकास की योजनाएं कई बड़े स्तर पर शुरू की गई हैं। उनके नेतृत्व में भारत सरकार ने प्राकृतिक संसाधनों का सही और सार्थक उपयोग करके देश के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यहां कुछ ऐसे प्रमुख क्षेत्रों की चर्चा की गई है जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दौरे से प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग में बदलाव और विकास की योजनाएं काम में आई हैं।

  1. सौर ऊर्जा के प्रचार-प्रसार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के दौरे में सौर ऊर्जा के प्रचार-प्रसार पर बहुत जोर दिया गया है। रेणुका जलविद्युत प्रोजेक्ट जैसे बड़े सौर ऊर्जा परियोजनाओं के साथ-साथ छोटे स्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में भी सौर ऊर्जा का उपयोग करने के लिए योजनाएं चलाई गईं हैं। यह उदाहरण स्वदेशी ऊर्जा योजना के तहत भी सम्मिलित है, जिसमें सौर ऊर्जा के विकास को बढ़ावा देने के लिए धनराशि उपलब्ध कराई गई है।
  2. जल शक्ति योजना: जल शक्ति योजना भारत में प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग में एक महत्वपूर्ण योजना है। इसके तहत जल संचयन, बांध निर्माण, तालाबों का पुनर्जीवन, और वर्षा जल हरियाणा जैसी प्रक्रियाएं किए जाते हैं। यह योजना खेती और कृषि क्षेत्र में पानी की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है और प्राकृतिक संसाधनों का सही उपयोग करके भारत को जल संबंधित समस्याओं का समाधान प्रदान करती है।
  3. वन्यजीवन संरक्षण: पीएम मोदी जी के दौरे से वन्यजीवन संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चलाई गईं हैं। यह संसाधनों के सही उपयोग के साथ-साथ वन्यजीवन की संरक्षण और बढ़ावा देने में मदद करती हैं।
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