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सावधान गूगल से न लें कस्टमर केयर का नंबर, खाली हो जाएंगे खाते; बहुत लोग हुए शिकार – Hari Soni
सावधान! गूगल से न लें कस्टमर केयर का नंबर, खाली हो जाएंगे खाते; बहुत लोग हुए शिकार – हरी सोनी
इन दिनों गूगल से नंबर निकालना, लोगों को मुसीबत में डाल रहा है। हर तीसरा व्यक्ति वेबसाइट पर हेल्पलाइन नंबर सर्च करने के बाद ठगी का शिकार हो रहा है। जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस के पास कोई तंत्र नहीं है। साइबर एक्सपर्ट हरी सोनी का कहना है कि हमें ऐसे कोई अधिकार नहीं दिए गए हैं कि हम गूगल से संपर्क करके इन नंबरों को बंद करवा सकें। गूगल हमारे कार्य क्षेत्र से बाहर है। इसलिए लोगों को खुद ही सतर्कता बरतने की जरूरत है।
हरी सोनी ने यह भी बताया कि यह अपराधी दो तरीकों से गूगल में फर्जी नंबर डालते हैं पहला तरीका यह है कि यह गूगल एड्स के माध्यम से किसी भी कीवर्ड पर अपना नंबर सर्वप्रथम ले आते हैं उदाहरण के तौर पर यदि कोई व्यक्ति वहां पर अमेजॉन कस्टमर केयर का नंबर ढूंढो तो यह अपराधी अमेजॉन कस्टमर केयर के नाम से अपना नंबर डाल सकते हैं और उसके बाद यदि कोई उस पर कॉल करता है तो वह कॉल उनके पास चला जाता है जोकि हूबहू अमेजॉन कस्टमर केयर की तरह बात करता है लेकिन वह फर्जी होता है आम इंसान उसको पहचान नहीं पाता है कि वह असली है या नकली और उसको अपनी सारी जानकारी बता देता है उसी जानकारी के आधार पर वह उनके अकाउंट से पैसा निकाल लेते हैं या फिर उनकी पूरी जानकारी लेकर उनका क्रेडिट कार्ड और बैंक अकाउंट की डिटेल भी निकाल लेते हैं उसके बाद उनका पूरा बैलेंस खत्म कर देते हैं और दूसरा तरीका यह है कि वह उस कीवर्ड को गूगल में इतना रेंट करवाते हैं कि बिना ऐड के भी वह सर्वप्रथम आने लग जाता है जैसे असली नंबर की वजह नकली नंबर पर लोग कॉल लगा देते हैं और जैसा कि मैंने ऊपर बताया है उसी प्रकार से यह लोग उनका बैलेंस निकाल लेते हैं
साइबर क्राइम सेल इंस्पेक्टर ने बताया कि अपराधी ने गूगल सर्च इंजन पर रेस्टोरेंट, अस्पताल व कई कपंनियों के फर्जी नंबर रजिस्टर्ड किए हैं। इन नंबरों को डिलीट करना या इस पर रोक लगाने के लिए हमारे पास कोई तकनीकी सुविधा उपलब्ध नहीं है। जनवरी से अब तक फर्जी नंबरों से ठगी की करीब एक हजार से अधिक शिकायतें मिल चुकी हैं। गूगल पर ज्यादातर नंबर कंपनी के नहीं, बल्कि जालसाजों के होते हैं।
अपराधी गूगल पर जाकर बड़ी कंपनियों के कस्टमर केयर की जगह अपना नंबर कंपनी के नाम से पोस्ट कर रहे हैं। इस तरह से नंबर और पता गूगल बिजनेस अकाउंट के जरिए गूगल पर लिस्ट किया जा रहा है। ठग लोगों को झांसा देने के लिए उस कंपनी से मिलती जुलती फेक वेबसाइट भी बना रहे हैं। इसके अलावा गूगल मैप और गूगल सर्च में बड़ी कंपनियों और अन्य संस्थानों के कांटेक्ट डिटेल्स को एडिट कर फर्जी नंबर अपडेट कर देते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
- गूगल सर्च पर कभी भी किसी कंपनी का हेल्पलाइन नंबर सर्च न करें रिसर्च करी तो सुनिश्चित करें कि जिस वेबसाइट पर आप चेक कर रहे हो वह असली है क्योंकि वह नकली वेबसाइट भी होती है
- कंपनी का फोन नंबर गूगल पर सर्च न करें, उसकी वेबसाइट पर जाएं और यह देख ले कि वह वेबसाइट मिलती-जुलती तो नहीं
- एड्रेस बार में कंपनी की स्पेलिंग जरूर देख लें, अगर स्पेलिंग गलत है तो वेबसाइट भी गलत है क्योंकि बहुत बार अपराधी नाम भी हूबहू दे देते हैं जैसे आई सी आई सी आई किस जगह एलसी आईसीआई कर देते हैं ताकि देखने में शर्म लगती है और जबकि होती कुछ और है
- वेबसाइट सही होने पर आपको बाईं तरफ कांटेक्ट अस, हेल्पलाइन या सपोर्ट लिखा मिलेगा और कस्टमर केयर वालों को कभी भी आप ओटीपी नहीं बताएं और ना ही उनको अपने मोबाइल और सिस्टम का एक्सेस है
- इन वेबसाइट पर आप ई-मेल आईडी या लाइव चैट के माध्यम से नंबर ले सकते हैं
- कंपनी से संपर्क करने पर बैंक से जुड़ी जानकारी साझा न करें
- ठगी होने पर गूगल को ट्वीट करके दिए गए फर्जी नंबर के साथ शिकायत करें
हरी सोनी ने यह भी बताया कि ई-मेल के माध्यम से गूगल को इसके बारे में जानकारी दी जाती है लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिलता है। क्योंकि गूगल हमारे कार्य क्षेत्र से बाहर है। लोगों को जागरूक करने के अलावा कोई और तरीका नहीं है। गूगल पर एक नहीं पता नहीं कितने ही फर्जी नंबरों की लिस्ट रजिस्टर्ड है