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“राफेल एम जेट: भारत ने फ्रांस के राफेल M को चुना, रूस के मिग-29 के जेट डील फेल”

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भारत और फ्रांस के बीच होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान, भारतीय नौसेना के लिए 26 राफेल एम फाइटर जेट्स की डील की साइन होने की संभावना है। इसके अलावा, भारत की नौसेना द्वारा तीन अतिरिक्त स्कॉर्पियन क्लास की पनडुब्बी भी बनाई जाएगी। ये जेट्स मिग-29के जेट्स की जगह लेंगे, जो रूस से आए हुए हैं और पुराने हो गए हैं।

रूस के मिग-29के जेट्स को भारतीय नौसेना को अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने में असफलता का सामना करना पड़ा है। नौसेना के पास यह एकमात्र जेट है जो अपने ऑपरेशन को सफलतापूर्वक संभाल सकता है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, एयरक्राफ्ट कैरियर से उड़ान भरने के बाद जेट्स को बार-बार सेट करने की आवश्यकता होती है और इसलिए एक नया जेट मजबूत होना जरूरी है। मिग-29के जेट्स की सर्विसेबिलिटी भी काफी कम है, सिर्फ 15.93% से 37.63% तक।

भारत ने 2004 और 2010 में दो अलग-अलग ऑर्डर के तहत रूस से 45 मिग-29के जेट्स की डील की थी, जिसकी कीमत 10,000 करोड़ रुपये थी। इस डील में मिग-29के जेट्स के इंजन, एयरफ्रेम, और फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम में खामियां थीं, जिसके कारण ये जेट्स लंबे समय तक ठीक से काम नहीं कर सकते थे।

एक तरफ रूस के मिग-29के जेट्स के खामियों को देखते हुए, भारत ने फ्रांस के दूसरे जेट, राफेल एम को चुना है। यह जेट पहले से ही ग्रीस, इंडोनेशिया और यूएई की सेनाओं में उपयोग में है। भारतीय नौसेना ने 2022 में राफेल एम का ट्रायल किया और इसकी रिपोर्ट रक्षा मंत्रालय को सौंपी थी। नौसेना का मानना है कि राफेल उनकी जरूरतों को काफी अच्छे से पूरा कर सकता है। वर्तमान में फ्रेंच नेवी में 240 राफेल एम जेट्स हैं, जिन्हें दसॉल्ट ने 1986 से निर्मित किया है।

“राफेल एम जेट: एक मजबूत और प्रगतिशील विकल्प”

एम जेट

भारत ने फ्रांस के राफेल M जेट को चुनकर एक मजबूत और प्रगतिशील विकल्प बनाया है। यह जेट एक उन्नत लड़ाकू विमान है जिसका निर्माण दूसरी देशों के साथी भी कर रहे हैं। राफेल M जेट, भारतीय नौसेना के लिए बड़ा महत्व रखता है और उसकी ताकत, सुरक्षा और युद्ध क्षमता में मजबूती लाता है।

यह जेट एक वैश्विक मानकों के साथ उन्नततम तकनीकी गुणवत्ता और अत्याधुनिक विमान योजना पर आधारित है। इसकी उच्च गति, बड़ी संचार क्षमता, अच्छी मारकता, रडार सुरक्षा और इलेक्ट्रॉनिक विमान सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं। इसकी विमान योजना उच्च लड़ाकू योग्यता, टैक्टिकल लड़ाई क्षमता और नियंत्रण योग्यता को बढ़ाती है।

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राफेल M जेट में उन्नत सेंसर प्रणाली, एवियोनिक्स और विमान नियंत्रण प्रणाली है जो एक एकीकृत संचार और युद्ध प्रणाली के साथ इंटेग्रेट होती है। इसकी विमान योजना में एक उच्च शक्तिशाली इंजन और सुपरियर मार्गन सुरक्षा सम्मिलित हैं। यह जेट अप्रत्याशित संग्रहण क्षमता, एयर डिफेंस और अग्रेसिव एयर ओपरेशन के लिए अनुकूल है।

राफेल M जेट की सख्तता, शक्ति और विस्तारशीलता नौसेना को समुचित संकल्पना और तैयारी की सुविधा प्रदान करती है। इसका नैगेशन और कमांड और कंट्रोल सिस्टम बहुत प्रभावी है और एक स्वचालित विमान संचालन प्रणाली शामिल है। इसके साथी आयुधों का एक विस्तृत विभाग भी है जो युद्ध क्षमता को बढ़ाता है और विभिन्न युद्ध प्रक्रियाओं में योग्यता प्रदान करता है।

राफेल M जेट भारतीय नौसेना के लिए एक बहुत ही उत्कृष्ट विकल्प है जो नौसेना को एक शक्तिशाली, तकनीकी और प्रभावी विमान प्राप्त करने में मदद करेगा। इसके उन्नयन और प्रदर्शन के माध्यम से, भारतीय नौसेना अपनी संरक्षा और सुरक्षा क्षमता को मजबूत करेगी और समर्थन करेगी। राफेल M जेट भारत की रक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है .

“राफेल एम जेट: भारतीय नौसेना के लिए नई सुरक्षा परिभ्रामक”

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राफेल एम जेट, भारतीय नौसेना के लिए नई सुरक्षा परिभ्रामक के रूप में उभर रहा है। इस उन्नत और प्रगतिशील विमान का चयन करके, भारत अपनी नौसेना की युद्ध क्षमता में बड़ी प्रगति करने का निर्णय लिया है। यह जेट नौसेना को एक पूर्ण संघर्ष प्रणाली और सुरक्षा उपकरण प्रदान करता है जो उसकी रक्षा और सौरभ में मजबूती लाता है।

राफेल एम जेट विशेषज्ञता, तकनीकी उन्नति और विमानिकी में अग्रणी है। इसके द्वारा नौसेना एक संपूर्ण युद्ध क्षेत्र का नियंत्रण कर सकती है और उच्च सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित कर सकती है। यह जेट एक विस्तृत शक्तिशाली सेंसर प्रणाली, एवियोनिक्स और नियंत्रण प्रणाली के साथ लैस होता है, जो उच्च संचार क्षमता, प्रभावी रडार सुरक्षा और एलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता को सुनिश्चित करती है।

इसका निर्माण उन्नततम तकनीकी मानकों के साथ होता है और यह एक संघर्ष क्षमता में उन्नति, टैक्टिकल योग्यता और नियंत्रण क्षमता प्रदान करता है। राफेल एम जेट का नेविगेशन और कमांड और कंट्रोल सिस्टम अत्यंत प्रभावी है और उसकी स्वचालित विमान नियंत्रण प्रणाली एक अद्वितीय लाभ प्रदान करती है। यह जेट विभिन्न आयुधों के साथ एक संपूर्ण युद्ध प्रणाली ले जाने की क्षमता रखता है, जिससे नौसेना के पास विभिन्न स्थितियों और आपदा प्रबंधन स्थितियों में अधिकतम उपयोगीता होती है।

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राफेल एम जेट का चयन भारतीय नौसेना के लिए एक नया प्रकाशात्मक मोड है जो नौसेना को विशेष सुरक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा। इस जेट के माध्यम से, नौसेना अपने रक्षा नीतियों को मजबूत करेगी और उसकी सामरिक प्रतिस्पर्धा क्षमता में बड़ी सुधार करेगी। राफेल एम जेट भारत की रक्षा उद्योग में एक महत्वपूर्ण प्रगति है और नौसेना के लिए एक नई सुरक्षा परिभ्रामक की भूमिका निभाएगा।

“राफेल एम जेट: भारतीय नौसेना के लिए तकनीकी आधार और मजबूतता”

राफेल एम जेट भारतीय नौसेना के लिए एक तकनीकी आधार और मजबूतता का प्रतीक है। इस विमान का चयन करके, भारत ने अपनी नौसेना को विश्वस्तरीय युद्ध क्षमता प्रदान करने के लिए एक अद्वितीय उपकरण प्राप्त किया है। राफेल एम जेट उन्नत तकनीक और सुरक्षा विशेषज्ञता के साथ लैस है और नौसेना को विभिन्न युद्ध परिस्थितियों में अग्रणी बनाता है।

इस जेट की तकनीकी आधार में विशेष ध्यान दिया गया है। इसमें उच्च गति, शक्तिशाली इंजन, विस्तृत संचार प्रणाली और एवियोनिक्स शामिल हैं। इसके साथी आयुधों का एक विस्तृत विभाग भी है जो नौसेना को युद्ध क्षमता में मजबूती प्रदान करता है। यह जेट नौसेना को उन्नत संग्रहण क्षमता और आधुनिक युद्ध प्रणाली के साथ सुसंगत बनाता है।

राफेल एम जेट की मजबूतता भारतीय नौसेना के लिए महत्वपूर्ण है। इसका निर्माण उच्च गुणवत्ता और दुर्गमता मानकों के आधार पर किया गया है। इसका डिज़ाइन विमान की अधिकतम सुरक्षा और निगरानी को सुनिश्चित करता है। इसमें नवीनतम रडार सुरक्षा तकनीक और एलेक्ट्रॉनिक विमान सुरक्षा प्रणाली शामिल हैं। इसकी सख्तता, बांधक और तकनीकी सुरक्षा भारतीय नौसेना को संघर्ष क्षेत्र में मजबूती और आत्मविश्वास प्रदान करती है।

राफेल एम जेट भारतीय नौसेना को अद्वितीय युद्ध क्षमता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेगा। इसके सुप्रसिद्ध तकनीकी विशेषज्ञता और उन्नत विमानिकी तत्वों के कारण, यह जेट अप्रत्याशित परिस्थितियों में भी नौसेना को प्रभावी रूप से कार्रवाई करने की क्षमता प्रदान करेगा। राफेल एम जेट का उपयोग भारतीय नौसेना की संरक्षा में एक महत्वपूर्ण कदम है और नौसेना को तकनीकी मानकों पर आधारित मजबूतता प्रदान करेगा।

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