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“पीएम किसान योजना: नए बदलाव और लाभार्थी स्टेटस को देखने का नया तरीका”

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पीएम किसान योजना: नये बदलाव और लाभार्थी स्टेटस को देखने का नया तरीका

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Yojana) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण कृषि योजना है जो किसानों को सीधे आर्थिक सहायता प्रदान करती है. इस योजना के तहत, पात्र किसानों को हर वर्ष तीन बार 2000 रुपये की किस्तें दी जाती हैं. पिछली किस्त 13वीं थी और इसके पश्चात अब तक 14वीं किस्त जारी नहीं की गई है. ताजगी खबरों के अनुसार, सरकार जल्द ही 14वीं किस्त के पैसों को किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से ट्रांसफर करेगी.

प्रमुख बदलावों में शामिल है कि पीएम किसान योजना के लाभार्थियों का स्टेटस देखने का तरीका पूरी तरह बदल गया है. अब, लाभार्थियों को अपने रजिस्ट्रेशन नंबर की आवश्यकता होगी जब वे अपना स्टेटस देखना चाहेंगे. सरकार ने इसके साथ ही पीएम किसान मोबाइल ऐप्लीकेशन को भी शुरू किया है .

इस ऐप्लीकेशन के माध्यम से किसानों को ई-केवाईसी पूरा करने का भी अवसर मिलेगा. ई-केवाईसी के दौरान, किसानों को वन टाइम पासवर्ड (OTP) और फिंगरप्रिंट की आवश्यकता नहीं होगी. यह उन्हें बेहद सुरक्षित और आसान तरीके से योजना के लाभ का उपयोग करने में मदद करेगा.

इसके अतिरिक्त, यह योजना करोड़ों किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण सरकारी नीति है जो उन्हें आर्थिक मजबूती प्रदान करने का लक्ष्य रखती है. पहले ही 13 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और अब बारी है 14वीं किस्त की. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि सरकार 15 जुलाई तक 14वीं किस्त के पैसों को ट्रांसफर कर सकती है, हालांकि इसकी आधिकारिक जानकारी अभी तक नहीं दी गई है.

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पीएम किसान योजना के बदलाव और नए तरीके लाभार्थियों को योजना के फायदों से अधिक लाभ उठाने में मदद करेंगे. यह एक प्रगतिशील कदम है जो किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ-साथ तकनीकी

“पीएम किसान योजना: लाभार्थियों के लिए सुविधाजनक बदलाव और ई-केवाईसी का महत्व”

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पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) भारतीय कृषि मंत्रालय द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण केंद्र सरकारी योजना है जो किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करती है. हाल ही में इस योजना में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं जो किसानों के लिए सुविधाजनक हैं। इन बदलावों का असर सीधे योजना के लाभार्थियों पर होगा और ई-केवाईसी का महत्व भी बढ़ जाएगा।

एक महत्वपूर्ण बदलाव है कि पहले ही जारी की जाने वाली 13वीं किस्त के पैसे अब लेनदेन के लिए किसानों के खाते में डीबीट के माध्यम से ट्रांसफर किए जाएंगे। इससे किसानों को पैसों के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं होगी और वे आसानी से इस लाभ का उपयोग कर सकेंगे। सरकार द्वारा जल्द ही 14वीं किस्त के पैसों को भी ट्रांसफर किया जाने की योजना है।

बाध्यता पूर्वक ई-केवाईसी प्रक्रिया को शुरू की है। कृषि मंत्रालय ने पीएम किसान मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जिसके माध्यम से लाभार्थी आसानी से ई-केवाईसी पूरा कर सकेंगे। यह मोबाइल ऐप फेस ऑथेंटिकेशन के माध्यम से आधार आधारित ई-केवाईसी प्रक्रिया को सम्पन्न करने की सुविधा प्रदान करेगा। अब लाभार्थी को वन-टाइम पासवर्ड (OTP) और फिंगरप्रिंट की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह बदलाव ई-केवाईसी प्रक्रिया को सरल और सुरक्षित बनाएगा, जिससे किसानों को अधिक समय और प्रयास की बचत होगी।

पीएम किसान योजना के अंतर्गत योजना की सुविधाओं का उचित उपयोग करने के लिए लाभार्थियों को अपने बेनिफिशियरी स्टेटस को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह नया बदलाव उन्हें अपने रजिस्ट्रेशन नंबर की मदद से बेनिफिशियरी स्टेटस देखने की अवधि को बढ़ा देता है। अब यदि वे अपने लाभार्थी स्टेटस को देखना चाहते हैं,

ई-केवाईसी: पीएम किसान योजना में महत्वपूर्ण डिजिटल उपाय

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पीएम किसान योजना में शुरू की गई ई-केवाईसी (e-KYC) प्रक्रिया योजना के लाभार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण डिजिटल उपाय है। यह प्रक्रिया किसानों को पैसों के लिए बैंक जाने की जरूरत नहीं होने देती है और उन्हें आसानी से वित्तीय सहायता प्राप्त करने की अनुमति देती है।

ई-केवाईसी प्रक्रिया को प्रारंभ करने के लिए, कृषि मंत्रालय ने पीएम किसान मोबाइल ऐप शुरू की है, जिसे लाभार्थी अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड कर सकते हैं। यह मोबाइल ऐप आधार आधारित ई-केवाईसी प्रक्रिया को सम्पन्न करने की सुविधा प्रदान करता है।

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इस मोबाइल ऐप के माध्यम से, लाभार्थी को अपने आधार विवरण को अपलोड करने की आवश्यकता होती है, जिसे सत्यापित किया जाता है। इसके बाद, लाभार्थी को एक वन-टाइम पासवर्ड (OTP) प्राप्त होता है, जिसे उन्हें आधार के साथ जोड़कर प्रमाणित करना होता है।

भार्थी अपनी पहचान को सत्यापित करते हैं और अपने बैंक खाते का विवरण जोड़ते हैं। इसके बाद, विभिन्न सरकारी योजनाओं और बैंकों के साथ लिंक किए गए आधार नंबर पर आधारित वित्तीय सहायता प्राप्त करने की सुविधा होती है। ई-केवाईसी प्रक्रिया से किसानों को बैंक जाने और पेपरवर्क पूरा करने की जरूरत नहीं होती है, जिससे समय और प्रयास की बचत होती है।

इसके साथ ही, ई-केवाईसी प्रक्रिया लाभार्थियों को उनकी सरकारी योजना संबंधित सुविधाओं के बारे में जागरूक बनाती है। वे अपने लाभार्थी स्टेटस को मोबाइल ऐप के माध्यम से देख सकते हैं और अपने योग्यता के आधार पर अन्य योजनाओं के लाभ का अवधारण कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि किसान अपने हकदारी को पूरी तरह से उपयोग कर सकते हैं और सरकारी योजनाओं की बेहतर गतिविधियों के बारे में जागरूक रह सकते हैं।

सामरिकीकरण: किसानों के लिए ई-केवाईसी का महत्व

ई-केवाईसी का लाभार्थियों के लिए महत्वपूर्ण योगदान बना है क्योंकि यह किसानों को सामरिकीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम प्रदान करता है। यह डिजिटल प्रक्रिया किसानों को तकनीकी सुविधाओं और वित्तीय समावेशन के लाभों से जोड़ती है।

ई-केवाईसी के माध्यम से, किसान अपनी आधारित पहचान को सत्यापित करते हैं और वित्तीय संस्थाओं के साथ अपने बैंक खाते को लिंक कर सकते हैं। इससे वे बैंक सेवाओं और डिजिटल भुगतान की सुविधा से लाभान्वित हो सकते हैं। यह सामरिकीकरण किसानों को आर्थिक समावेशन में मदद करता है और उन्हें वित्तीय सुविधाओं के लिए पहुंच प्रदान करता है।

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साथ ही, ई-केवाईसी के माध्यम से सरकारी योजनाओं की गतिविधियों और लाभों की जानकारी भी पहुंचती है। किसान योजनाओं के लाभार्थी को अपने मोबाइल ऐप के माध्यम से योग्यता की जांच करने और लाभों का अवधारण करने की सुविधा होती है।

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