Meerut Wedding : मेरठ के वैभव और जापान की रीसा ने 4 साल की डेटिंग के बाद शादी के बंधन में बंधकर दो संस्कृतियों का संगम किया। इस प्रेम कहानी ने भारतीय और जापानी परंपराओं को मिलाकर एक अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया। जानें इस प्यार भरी शादी की पूरी कहानी।
Meerut Wedding : मेरठ में हिंदुस्तानी दूल्हा और जापानी दुल्हन की शादी: एक प्रेम कहानी जो लव और लकीर को पार करती है
देश और दुनिया की शादियाँ अक्सर चर्चा का विषय बन जाती हैं, लेकिन जब एक हिंदुस्तानी दूल्हा और जापानी दुल्हन 4 साल की डेटिंग के बाद शादी के बंधन में बंधते हैं, तो यह बात चर्चा में जरूर आती है। ऐसा ही कुछ हुआ है मेरठ के वैभव और जापान की रीसा के बीच, जिनकी शादी ने सबका ध्यान आकर्षित किया है। यह कहानी न केवल दो देशों के प्रेम और शादी के बीच की सुंदरता को दिखाती है, बल्कि यह यह भी बताती है कि कैसे दो अलग-अलग संस्कृतियों और परंपराओं के बीच प्यार और समझ का संगम होता है।
Meerut Wedding : शादी की शुरुआत, वैभव और रीसा की प्रेम कहानी
वैभव और रीसा की प्रेम कहानी चार साल पहले टोक्यो में शुरू हुई थी। वैभव, जो मेरठ के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के बद्रीशपुरम के निवासी हैं, एमबीए की पढ़ाई के लिए टोक्यो गए थे। उनके जीवन का उद्देश्य था कि वह विदेश में शिक्षा प्राप्त करें और भारत लौट कर एक बड़ी कंपनी संभालें। हालांकि, इस यात्रा के दौरान उन्हें जो सबसे बड़ा तोहफा मिला, वह था – जीवनसाथी। टोक्यो में पढ़ाई के दौरान वैभव के कुछ जापानी दोस्त बने थे, जिनमें से एक दोस्त की मदद से उनकी मुलाकात रीसा से हुई।
रीसा, जो कि टोक्यो की रहने वाली हैं, एक पेशेवर प्रोजेक्ट के कारण बैंगलोर आईं। यहाँ से दोनों की मुलाकात और बातचीत शुरू हुई। हालांकि, शुरुआत में यह सिर्फ प्रोफेशनल बातचीत तक सीमित रही, लेकिन धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती और फिर प्यार का सिलसिला बढ़ने लगा।
Meerut Wedding : दो संस्कृतियों के बीच बढ़ता प्यार
वैभव ने बताया कि, “रीसा को मुझे एक नजर में ही पसंद कर लिया था, लेकिन मैंने कुछ समय तक इस रिश्ते पर विचार किया। दो देशों की अलग-अलग संस्कृतियाँ और परंपराएँ होने के कारण मैंने इसे लेकर थोड़ा संकोच किया।” लेकिन समय के साथ वैभव ने भी अपने दिल की सुनी और एक दिन उन्होंने रीसा को प्रपोज़ किया, जिसे रीसा ने खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। इस प्रेम कहानी में एक अनोखी बात यह थी कि दोनों के बीच संवाद का माध्यम अंग्रेजी था। क्योंकि रीसा हिंदी नहीं समझ पाती थीं और वैभव को जापानी भाषा का अधिक ज्ञान नहीं था, इसलिए दोनों ने अंग्रेजी में ही अपनी बातों का आदान-प्रदान किया।
Meerut Wedding : शादी के लिए परिवारों की मंजूरी
जब वैभव और रीसा ने शादी का निर्णय लिया, तो उन्होंने अपने परिवारों को इस बारे में बताया। वैभव के परिवार में भारतीय संस्कारों का पालन किया जाता है, इसलिए उन्हें पहले इस रिश्ते पर संकोच हुआ। हालांकि, वैभव ने अपनी परिवार को राजी किया और अंततः दोनों परिवारों की सहमति से शादी के लिए कदम बढ़ाए गए। रीसा के पिता जो अहमदाबाद में पोस्टेड थे और उनका परिवार टोक्यो में रहता है, उन्होंने भी इस शादी की मंजूरी दी।
शादी की रस्में और भारतीय संस्कृति की सराहना
रीसा को भारतीय संस्कृति और परंपराएँ बहुत भाईं। उन्होंने कहा, “मुझे भारतीय रीति-रिवाज, पहनावे, और खासकर हल्दी की रस्म बहुत पसंद आई। हल्दी की रस्म में जो मस्ती और आनंद था, वह बहुत खास था। मुझे भारतीय भोजन और भारतीय डांस भी बहुत अच्छे लगे।” यह बात इस शादी को और भी खास बनाती है, क्योंकि रीसा ने भारतीय संस्कृति को पूरी तरह से अपनाया। शादी में उन्होंने अपनी हाथों में वैभव का नाम लिखवाया, और वैभव ने भी रीसा के नाम और दिल का चित्र मेंहदी में बनाया।
Meerut Wedding : सास-बहू का रिश्ता और परिवार की खुशी
शादी के बाद वैभव के पिता दिवाकर नंद ध्यानी ने बताया, “हम इस शादी से बहुत खुश हैं। हमारे परिवार ने रीसा को अपनी बहू के रूप में अपनाया है। परिवार के सभी सदस्य इस शादी से खुश हैं और हम सभी ने मिलकर रीसा को गढ़वाली नथ और गहने पहनाए हैं।” वैभव के परिवार ने रीसा को पहाड़ी संस्कृति के अनुसार श्रृंगार किया, जिससे वह पूरी तरह से उनकी “गढ़वाली बहू” लगने लगीं। Meerut Wedding
इस शादी में सिर्फ वैभव और रीसा के परिवार के सदस्य नहीं थे, बल्कि कई विदेशी मेहमान भी इस खुशी में शरीक हुए। रीसा के पिता, जो अहमदाबाद में काम करते हैं, अपनी पत्नी और बेटी के साथ इस शादी में शामिल होने के लिए टोक्यो से आए थे। इसके अलावा, रीसा की छोटी बहन नीदरलैंड से आई थी, और उनकी विदेशी दोस्त भी इस शादी का हिस्सा बने।
शादी के बाद का जीवन: मलेशिया में नए सफर की शुरुआत
वैभव और रीसा ने शादी के बाद अपने जीवन के नए सफर की शुरुआत के बारे में भी बताया। रीसा ने कहा, “हम जल्द ही मलेशिया शिफ्ट होंगे और परिवार के साथ रहकर अपना जीवन आगे बढ़ाएंगे।” दोनों ने इस शादी को न केवल दो देशों के बीच की सुंदरता के रूप में देखा, बल्कि इसे एक नए जीवन की शुरुआत के रूप में भी लिया। Meerut Wedding
यह शादी न केवल वैभव और रीसा के बीच के प्रेम का प्रतीक है, बल्कि यह दो देशों की सांस्कृतिक विविधताओं को भी दर्शाती है। इसने यह साबित कर दिया कि प्यार और रिश्ते में कोई भी सीमा नहीं होती। दो अलग-अलग देशों, संस्कृतियों और भाषाओं के बावजूद, अगर प्यार सच्चा हो, तो कोई भी बाधा उसे रोक नहीं सकती। मेरठ में वैभव और रीसा की शादी ने यह सिखाया कि प्यार न केवल दो व्यक्तियों के बीच होता है, बल्कि यह दो परिवारों और दो संस्कृतियों के बीच भी होता है। इस शादी ने भारतीय और जापानी परंपराओं को मिलाकर एक नया और अनोखा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो हमेशा याद रखा जाएगा। Meerut Wedding
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