Edith Piaf : फ्रांसीसी संगीतकार चार्ल्स ड्यूमॉन्ट का 95 वर्ष की आयु में निधन

Edith Piaf :चार्ल्स ड्यूमॉन्ट, एडिथ पियाफ के कालजयी गीत ‘Non, je ne regrette rien’ के संगीतकार, का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। जानें उनके जीवन और संगीत के योगदान की कहानी।

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट: फ्रांस के मशहूर संगीतकार का 95 वर्ष की आयु में निधन ||Edith Piaf

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट, जिन्होंने एडिथ पियाफ के कालजयी गीत “Non, je ne regrette rien” (मैंने कुछ भी नहीं पछताया) का संगीत तैयार किया, का 95 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। ड्यूमॉन्ट ने अपनी लंबी बीमारी के बाद अपने घर पर अंतिम सांस ली। यह खबर उनके साथी ने एएफपी को दी।

एक संगीतकार का सफर : Edith Piaf

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट ने एक ट्रम्पेट वादक के रूप में अपना करियर शुरू किया था। लेकिन 1960 के दशक में उनकी जिंदगी तब बदल गई जब उन्होंने कई बार अस्वीकार किए जाने के बावजूद एडिथ पियाफ को अपना संगीत सुनाने और गाने के लिए मना लिया। पियाफ द्वारा उनके गीत “Non, je ne regrette rien” को गाने के बाद यह गीत एक अमर कृति बन गया।

ड्यूमॉन्ट ने एक बार कहा था, “मेरी मां ने मुझे जन्म दिया, लेकिन एडिथ पियाफ ने मुझे दुनिया में लाया। बिना उनके, मैं न तो संगीतकार बन पाता और न ही गायक।”

प्रसिद्धि और योगदान || Edith Piaf

ड्यूमॉन्ट न केवल फ्रांस बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध थे। उन्होंने अमेरिकी गायिका बारबरा स्ट्रिसैंड के साथ भी काम किया। उनके गानों ने पियाफ की आवाज को अमर बना दिया और फ्रांसीसी संगीत को एक नई पहचान दिलाई।

एक यादगार धरोहर || Edith Piaf

“Non, je ne regrette rien” न केवल एडिथ पियाफ का प्रतीक गीत बन गया, बल्कि इसे फ्रेंच फॉरेन लीजन द्वारा भी अपनाया गया। इसने ड्यूमॉन्ट को संगीत की दुनिया में उच्च स्थान दिलाया और उनकी रचनाओं को इतिहास में अमर कर दिया।

ड्यूमॉन्ट का जीवन और संगीत हमें यह सिखाता है कि कला के प्रति समर्पण और लगन किसी भी बाधा को पार कर सकती है। उनके द्वारा छोड़ी गई धरोहर आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बनी रहेगी।

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट: पियाफ के साथ रिश्ते और संगीत का सुनहरा दौर || Edith Piaf

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट और एडिथ पियाफ के बीच का संगीतमय रिश्ता 1960 के दशक की शुरुआत में बना, जब ड्यूमॉन्ट ने पियाफ को अपने गीत गाने के लिए राजी किया। यह सहयोग इतना सफल रहा कि उन्होंने पियाफ के लिए 30 से अधिक गाने लिखे। इनमें “Non, je ne regrette rien” जैसा कालजयी गीत शामिल है, जो आज भी संगीत प्रेमियों के दिलों में जगह बनाए हुए है।

Edith Piaf : ड्यूमॉन्ट का अंतिम स्टेज प्रदर्शन 2019 में पेरिस में हुआ। उन्होंने उस वक्त अपने प्रशंसकों के प्यार को लेकर कहा, “जब आप इतने सालों बाद भी दर्शकों के सामने आते हैं और वे आपको वैसा ही प्यार देते हैं जैसा 20, 30 या 40 साल पहले देते थे, तो वे आपको आपकी जवानी लौटा देते हैं।”

ड्यूमॉन्ट का संगीत न केवल फ्रांस बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया। उनकी रचनाओं में भावना, गहराई और संगीत की उत्कृष्टता झलकती है। उनके योगदान ने फ्रांसीसी संगीत को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाया।

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट ने न केवल एक महान संगीतकार के रूप में बल्कि एक इंसान के रूप में भी अपनी छाप छोड़ी, जिन्होंने संगीत के माध्यम से लोगों के दिलों को छुआ। उनकी यादें उनके गानों के रूप में हमेशा जीवित रहेंगी।

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट: फ्रेंच संगीत का अमर सितारा || Edith Piaf

चार्ल्स ड्यूमॉन्ट, जो विश्वविख्यात गीत “Non, je ne regrette rien” के संगीतकार और गायक थे, का 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उनकी मृत्यु उनके पेरिस स्थित घर पर लंबी बीमारी के बाद हुई। उनकी यह रचना फ्रांस की प्रसिद्ध गायिका एडिथ पियाफ द्वारा गाई गई थी और यह गीत अब भी एक कालजयी धरोहर बना हुआ है।

संगीत की शुरुआत और पियाफ के साथ जुड़ाव || Edith Piaf

Edith Piaf : ड्यूमॉन्ट मूल रूप से एक तुरही वादक थे, लेकिन 1960 के दशक की शुरुआत में उनका करियर एक नया मोड़ तब आया, जब उन्होंने पियाफ को अपने गीत गाने के लिए राजी किया। पियाफ ने शुरुआत में उनकी कई रचनाओं को अस्वीकार कर दिया था, लेकिन अंततः उन्होंने ड्यूमॉन्ट की संगीत प्रतिभा को पहचाना। इस गीत के साथ, दोनों ने मिलकर संगीत जगत में इतिहास रच दिया।

ड्यूमॉन्ट ने पियाफ के लिए 30 से अधिक गाने लिखे, और उन्होंने खुद कहा था, “मेरी मां ने मुझे जन्म दिया, लेकिन एडिथ पियाफ ने मुझे दुनिया में लेकर आई। अगर वह नहीं होतीं, तो मैं कभी वह सब नहीं कर पाता जो मैंने किया।”

अन्य उपलब्धियां और यादगार क्षण || Edith Piaf

ड्यूमॉन्ट ने केवल पियाफ के साथ ही नहीं, बल्कि अमेरिकी गायिका बार्बरा स्ट्रेइसैंड के साथ भी काम किया। उनके संगीत ने फ्रांसीसी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई।

ड्यूमॉन्ट का आखिरी मंच प्रदर्शन 2019 में पेरिस में हुआ। उस समय उन्होंने कहा था, “जब आप इतने सालों बाद भी दर्शकों के सामने आते हैं और वे आपको वैसा ही प्यार देते हैं, तो वे आपको आपकी जवानी लौटा देते हैं।” यह बयान उनके प्रशंसकों के साथ उनके गहरे भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है।

ड्यूमॉन्ट की संगीत विरासत

Edith Piaf :चार्ल्स ड्यूमॉन्ट का संगीत केवल मनोरंजन नहीं था, बल्कि यह भावनाओं और प्रेरणा का प्रतीक था। उनका सबसे प्रसिद्ध गीत “Non, je ne regrette rien” न केवल पियाफ के करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना, बल्कि यह उन लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो जीवन में पीछे मुड़कर देखने के बजाय आगे बढ़ने में विश्वास करते हैं।

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