Maharashtra Assembly Election 2024 : महाराष्ट्र चुनाव के दौरान भारतीय शेयर बाजार की छुट्टियों पर एक नजर

Maharashtra Assembly Election 2024 के कारण 20 नवम्बर को भारतीय शेयर बाजार (NSE और BSE) बंद रहेगा। जानें चुनावी छुट्टियों का असर, बाजार पर इसका प्रभाव और आगे आने वाली छुट्टियों के बारे में इस लेख में।

Maharashtra Assembly Election 2024 : क्या आज शेयर बाजार बंद रहेगा?

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर, बुधवार (20 नवम्बर) को भारतीय शेयर बाजार यानी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पूरी तरह से बंद रहेगा। यह बंदी चुनाव के चलते है, क्योंकि इस दिन राज्य भर में मतदान होगा।

चुनाव के दौरान बाजार की छुट्टी का निर्णय भारतीय शेयर बाजार के नियामक अधिकारियों द्वारा लिया गया है। इस दिन सभी शेयर बाजार गतिविधियाँ, जैसे इक्विटी ट्रेडिंग, इक्विटी डेरिवेटिव और एसएलबी (Securities Lending and Borrowing) सेगमेंट, बंद रहेंगी।

क्या है Maharashtra Assembly Election 2024 की महत्ता?

महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर इस साल मतदान एक ही चरण में 20 नवम्बर को होगा। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। मुंबई और राज्य के अन्य शहरों में इस दिन “ड्राई डे” घोषित किया गया है, यानी इस दिन शराब की बिक्री पर पाबंदी होगी।

इस चुनाव में मुख्य मुकाबला महा विकास आघाड़ी (MVA) और महायुति गठबंधन के बीच है। MVA में शिवसेना (उद्धव ठाकरे), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Sharad Pawar) और कांग्रेस शामिल हैं, जबकि महायुति में भारतीय जनता पार्टी (BJP), शिवसेना (एकनाथ शिंदे) और एनसीपी (अजित पवार) शामिल हैं।

Maharashtra Assembly Election 2024 : नवंबर 2024 में भारतीय शेयर बाजार की छुट्टियाँ

नवंबर महीने में भारतीय शेयर बाजार में कुल 12 छुट्टियाँ हैं, जिसमें तीन अतिरिक्त छुट्टियाँ शामिल हैं। इनमें से एक छुट्टी 15 नवम्बर को गुरु नानक जयंती के अवसर पर थी, और उसके बाद 16 और 17 नवम्बर को सप्ताहांत की छुट्टियाँ थीं।

इन छुट्टियों की वजह से नवंबर में व्यापार के लिए केवल 18 दिन ही उपलब्ध होंगे, जिससे निवेशकों को योजना बनाने में थोड़ी परेशानी हो सकती है। इस साल अब एकमात्र छुट्टी 25 दिसम्बर को क्रिसमस के दिन रहेगी।

महाराष्ट्र चुनाव के चलते शेयर बाजार का प्रभाव

चुनाव के दौरान भारतीय शेयर बाजार में कोई गतिविधि नहीं होगी। शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए अब निवेशकों को 21 नवम्बर तक इंतजार करना पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस समय बाजार में कोई उतार-चढ़ाव नहीं होगा, लेकिन जैसे ही बाजार फिर से खुलेगा, निवेशकों को तुरंत अपने निवेश पर नजर बनाए रखनी चाहिए।

Maharashtra Assembly Election 2024 : शेयर बाजार में कब होती हैं छुट्टियाँ?

भारतीय शेयर बाजार में शनिवार और रविवार के अलावा, जो भी छुट्टियाँ होती हैं, वो पहले से घोषित की जाती हैं। इन छुट्टियों का असर निवेशकों की दिनचर्या पर पड़ता है, क्योंकि इन दिनों में शेयर बाजार बंद रहते हैं और ट्रेडिंग नहीं हो सकती।

शेयर बाजार की छुट्टियाँ उन विशेष दिनों पर होती हैं जब भारत में कोई प्रमुख राष्ट्रीय या धार्मिक अवकाश होता है। इनमें से कुछ छुट्टियाँ विशेष रूप से उस दिन के महत्व के कारण होती हैं, जैसे चुनाव, स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस, दीवाली, और अन्य प्रमुख त्योहार।

Maharashtra Assembly Election 2024 और बाजार की प्रतिक्रिया

चुनाव से पहले शेयर बाजार में एक हलचल देखी जा सकती है। जब चुनावी परिणाम सामने आते हैं, तो वह खासतौर पर शेयर बाजार पर असर डाल सकते हैं। ऐसे में निवेशकों को चुनाव के बाद के नतीजों पर अपनी रणनीतियाँ तय करनी चाहिए।

इस बार, 20 नवम्बर को बाजार बंद रहने के बावजूद, 21 नवम्बर को बाजार में जो भी उतार-चढ़ाव आएगा, उस पर निवेशकों को सतर्क रहना होगा। इसके अलावा, विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार को शॉर्ट टर्म में असर पड़ सकता है, खासकर जब चुनाव के परिणाम किसी अप्रत्याशित दिशा में जाएं।

स्टॉक मार्केट हॉलिडे: निवेशकों के लिए क्या है खास?

शेयर बाजार की छुट्टियाँ निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होती हैं, क्योंकि इन दिनों में वे किसी भी प्रकार के व्यापार से बच सकते हैं। अगर आप शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो यह दिन आपको रणनीतियों को फिर से सोचने का अवसर देते हैं। खासतौर पर चुनाव जैसे महत्वपूर्ण दिनों में शेयर बाजार की स्थिति बदल सकती है।

इसके अलावा, चुनावी नतीजों के बाद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में जरूरी बदलाव करने की सलाह दी जाती है।

20 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण भारतीय शेयर बाजार बंद रहेगा

भारत में चुनावी मौसम के दौरान विभिन्न राज्य सरकारों के दिशा-निर्देशों के चलते बाजार और सरकारी दफ्तरों में छुट्टियां घोषित की जाती हैं। इसी कड़ी में, 20 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण भारतीय शेयर बाजार (NSE और BSE) बंद रहेगा। यह दिन, नवंबर महीने का तीसरा स्टॉक मार्केट हॉलिडे है। इस दिन के लिए छुट्टी की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी और इसका असर भारतीय शेयर बाजार के ट्रैडिंग सेगमेंट पर पड़ेगा।

Maharashtra Assembly Election 2024 : विशेष महत्व

Maharashtra Assembly Election 2024 राज्य के सभी 288 विधानसभा सीटों के लिए एक चरण में 20 नवंबर को होंगे। इस दिन मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। चुनावी प्रक्रिया को व्यवस्थित बनाने के लिए राज्य सरकार ने कई दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें शराब की दुकानों को बंद रखना भी शामिल है। इस दिन पूरे राज्य में मतदान के लिए जनता को प्रेरित किया जाएगा और चुनावी प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न हो, इसके लिए सुरक्षा के कड़े उपाय किए जाएंगे।

चुनावों के मद्देनज़र, राज्य सरकार ने इसे एक सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है ताकि नागरिक बिना किसी व्यवधान के मतदान कर सकें। इसके परिणाम 23 नवंबर 2024 को घोषित किए जाएंगे।

Maharashtra Assembly Election 2024 : शेयर बाजार पर प्रभाव

भारत का शेयर बाजार हर सप्ताह शनिवार और रविवार को बंद रहता है, लेकिन जब विशेष अवसरों या राष्ट्रीय पर्वों के दौरान छुट्टियां घोषित की जाती हैं, तो इससे निवेशकों के लिए असुविधा हो सकती है। 20 नवंबर 2024 को होने वाले महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण शेयर बाजार पूरी तरह से बंद रहेगा।

इस दिन बाजार के सभी सेगमेंट्स जैसे इक्विटी सेगमेंट, इक्विटी डेरिवेटिव सेगमेंट और एसएलबी सेगमेंट में कोई भी व्यापार नहीं होगा। इसके अलावा, निवेशकों को किसी भी प्रकार के लेन-देन या ट्रेडिंग से दूर रहना होगा।

Maharashtra Assembly Election 2024 : नवंबर माह में अतिरिक्त छुट्टियां

नवंबर 2024 में भारतीय शेयर बाजार में कुल तीन छुट्टियां घोषित की गई हैं। इनमें से दो छुट्टियां पहले ही 1 नवंबर को लक्ष्मी पूजा और 15 नवंबर को गुरु नानक जयंती के लिए थी। तीसरी छुट्टी 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण घोषित की गई है। इसलिए नवंबर में बाजार में व्यापार करने के लिए सिर्फ 17 कार्यदिवस ही होंगे। इस महीने में पांच शनिवार और चार रविवार की छुट्टियां भी हैं, जिसके कारण छुट्टियों का आंकड़ा बढ़ गया है।

Maharashtra Assembly Election 2024 : बैंकों पर भी असर

सिर्फ शेयर बाजार ही नहीं, बल्कि बैंकों पर भी चुनाव का असर पड़ेगा। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को बैंक भी बंद रहेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की सूची के अनुसार, सभी राज्य-स्तरीय बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों की शाखाएं बंद रहेंगी। हालांकि, डिजिटल बैंकिंग सेवाएं जैसे एटीएम, यूपीआई, और ऑनलाइन बैंकिंग चालू रहेंगी, जिससे ग्राहक बिना किसी समस्या के वित्तीय लेन-देन कर सकेंगे।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए शराब की दुकानों को भी बंद किया जाएगा। यह आदेश खासतौर पर मतदान के दिन नागरिकों को शांतिपूर्वक मतदान करने के लिए लागू किया गया है।

Maharashtra Assembly Election 2024 : शेयर बाजार के हॉलिडे शेड्यूल की जानकारी

निवेशक और ट्रैडर्स अपनी लेन-देन की योजना बनाने के लिए शेयर बाजार की छुट्टियों का ध्यान रखते हैं। इसके लिए BSE (Bombay Stock Exchange) और NSE (National Stock Exchange) अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर हर साल छुट्टियों की सूची प्रकाशित करते हैं। यदि आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि बाजार किस दिन बंद रहेगा या खुलेगा, तो आप bseindia.com पर जाकर ‘Trading Holidays’ ऑप्शन पर क्लिक कर सकते हैं। वहां आपको 2024 की पूरी सूची मिल जाएगी, जिसमें महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दिन 20 नवंबर को बाजार बंद होने की जानकारी है।

आखिरी छुट्टी: क्रिसमस

Maharashtra Assembly Election 2024 : 2024 के बाकी दिनों में सिर्फ एक प्रमुख छुट्टी बची है, जो 25 दिसंबर को क्रिसमस के अवसर पर होगी। इस दिन शेयर बाजार बंद रहेगा और इससे पहले की छुट्टियां जैसे गुरु नानक जयंती और लक्ष्मी पूजा के कारण भी बाजार बंद रहे थे। इसलिए अगर आप ट्रेडिंग या निवेश की योजना बना रहे हैं, तो इन छुट्टियों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।

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Reliance share price : Reliance की गिरती कीमतों का असर, क्या अब यह निवेश के लिए सही वक्त है?

Reliance share price : Reliance की गिरती कीमतों का असर, क्या अब यह निवेश के लिए सही वक्त है?

Reliance share price : रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर पिछले एक साल में Nifty 50 से पिछड़ गया है। 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से गिरावट के बाद, क्या यह समय है रिलायंस के शेयरों में निवेश करने का? जानिए इसके प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाओं पर एक नजर।

Reliance Share Price: क्या Nifty 50 से पीछे रह गई है रिलायंस की शेयर कीमत?

रिलायंस इंडस्ट्रीज, जो भारत की सबसे बड़ी कंपनी है, का शेयर पिछले एक साल में Nifty 50 के मुकाबले कमज़ोर प्रदर्शन कर रहा है। इसने जुलाई में ₹1,608.80 का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ था, लेकिन उसके बाद लगातार मुनाफा बुकिंग देखने को मिली है।

रिलायंस का प्रदर्शन

पिछले एक साल में रिलायंस का शेयर केवल 7 प्रतिशत की वृद्धि हासिल कर पाया है, जबकि Nifty 50 ने इसी अवधि में 19 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के नए ऊर्जा व्यवसाय में उभरती हुई संभावनाएं हैं, जो इसके लिए एक अहम वृद्धि का कारक बन सकती हैं।

रिलायंस के शेयर की गिरावट

रिलायंस के शेयर ने जुलाई में 4 प्रतिशत की गिरावट देखी, उसके बाद अगस्त में मामूली 0.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। लेकिन सितंबर में शेयर फिर से नीचे गिरने लगा और अक्टूबर में 10 प्रतिशत की तेज गिरावट आई। नवंबर में अब तक 5 प्रतिशत और गिरावट देखी जा रही है।

Reliance share price : निवेशकों के लिए क्या है भविष्य?

रिलायंस के शेयरों में इस गिरावट के बावजूद कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के नए ऊर्जा व्यवसाय और अन्य संभावनाओं के कारण इसका भविष्य उज्जवल हो सकता है। हाल ही में कंपनी ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश बढ़ाने की योजना बनाई है, जो आने वाले समय में इसका प्रमुख विकास क्षेत्र हो सकता है। ऐसे में अगर आप रिलायंस में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इस नए क्षेत्र में उभरती संभावनाओं को जरूर ध्यान में रखें।

Reliance share price : क्या यह सही समय है निवेश का?

पिछले कुछ महीनों में रिलायंस के शेयरों में उतार-चढ़ाव आया है, लेकिन कंपनी के नए निवेश और भविष्य की योजनाओं के आधार पर इसे एक दीर्घकालिक निवेश अवसर माना जा सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले बाजार की स्थितियों और कंपनी की रणनीतियों का विश्लेषण करना जरूरी है।

Reliance Industries का शेयर मूल्य गिरावट का सामना कर रहा है। कंपनी के घटते लाभ और लाभ मार्जिन को इसके शेयर की गिरावट का कारण माना जा रहा है।

हाल ही में, कंपनी ने अपनी Q2FY25 की रिपोर्ट में 3.6 प्रतिशत का सालाना (YoY) गिरावट दर्ज की है, जिसमें उसका शुद्ध लाभ ₹19,101 करोड़ से घटकर ₹19,820 करोड़ हो गया। इसके साथ ही, EBITDA में भी 2 प्रतिशत की कमी आई है, जो ₹43,934 करोड़ पर पहुंच गई, और EBITDA मार्जिन में 50 बीपीएस की गिरावट आई है, जो अब 17 प्रतिशत है।

Reliance share price : हालांकि, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह शेयर दीर्घकालिक निवेश के लिए उपयुक्त हो सकता है। ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने इसके स्टॉक पर ‘आउटपरफॉर्म’ रेटिंग दी है और ₹1,650 के टारगेट प्राइस के साथ इसे निवेश के लिए आकर्षक बताया है। CLSA का मानना है कि बाजार रिलायंस के नए ऊर्जा कारोबार को नज़रअंदाज़ कर रहा है, जिसकी अनुमानित कीमत $40 बिलियन है।

फिर भी, CLSA ने कुछ नकारात्मक ट्रिगर की संभावना पर भी प्रकाश डाला है, जैसे नए ऊर्जा प्रोजेक्ट्स में देरी, रिलायंस रिटेल के विकास में मंदी, और इसके 5G निवेश से लाभ का प्रमाण न मिलना।

Reliance share price : क्या करना चाहिए निवेशकों को?

विशेषज्ञों का कहना है कि रिलायंस का स्टॉक दीर्घकालिक दृष्टिकोण से खरीदने योग्य हो सकता है, हालांकि इसमें जोखिम भी हैं। निवेशकों को इन जोखिमों और कंपनी के आने वाले कदमों पर करीबी नज़र रखनी चाहिए।

Reliance share price : Reliance Industries का नवीकरणीय ऊर्जा कारोबार: एक नई दिशा में कदम

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने हाल ही में अपने नवीकरणीय ऊर्जा वेंचर में उल्लेखनीय प्रगति की है। कंपनी ने एक विशाल 20GW सोलर गिगाफैक्ट्री स्थापित करने की योजना बनाई है, जहां आने वाले महीनों में सेल से मॉड्यूल का उत्पादन शुरू किया जाएगा। यह कदम भारत के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए है, जिसमें 2030 तक सौर ऊर्जा क्षमता को 91GW से बढ़ाकर 280GW करने का लक्ष्य है।

रिलायंस का यह नया कदम कंपनी के तेल और रसायन कारोबार के समान ही बड़ा बनाने का लक्ष्य रखता है, जो अगले पांच से सात वर्षों में पूरी तरह से विकसित हो सकता है। Atul Parakh, Bigul के CEO, का कहना है कि यह परिवर्तन कंपनी की लचीलापन और स्थिर भविष्य के लिए दृष्टिकोण को प्रदर्शित करता है।

Reliance share price : शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव: Reliance का वर्तमान स्थिति

कंपनी के शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं। Reliance के शेयर ने मार्च 2023 से एक 5-वे Elliott Wave पैटर्न का अनुसरण किया है। इस पैटर्न के बाद, जुलाई 2024 में इसका उछाल समाप्त हो गया और अब यह एक सुधारात्मक ABC चरण में है। इस समय, शेयर ₹1,220-₹1,240 के सपोर्ट जोन की ओर बढ़ रहा है, जो तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जाता है।

Jigar S. Patel, आनंद राठी शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर के सीनियर इक्विटी रिसर्च मैनेजर, के अनुसार, इस सपोर्ट जोन पर शेयर के पलटने की संभावना है। अगर यह स्तर मजबूत होता है, तो निवेशक ₹1,220-₹1,230 की रेंज में खरीदारी कर सकते हैं और ₹1,175 के नीचे स्टॉप-लॉस लगा सकते हैं।

Reliance share price : क्या करें निवेशक?

Mandar Bhojane, चॉइस ब्रोकिंग के इक्विटी रिसर्च एनालिस्ट का कहना है कि Reliance Industries अभी एक बियरिश ट्रेंड में है, जो लगातार बिकवाली के दबाव को दर्शाता है। हालांकि, यह डाउनट्रेंड ₹1,240-₹1,200 के सपोर्ट क्षेत्र में समाप्त हो सकता है, जिससे निवेशकों के लिए खरीदारी का अवसर उत्पन्न हो सकता है।

इसी प्रकार, जब शेयर ₹1,285 के ऊपर रहने लगे और पलटने का संकेत मिले, तो यह खरीदारी के लिए अच्छा अवसर हो सकता है। निवेशकों को सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के आसपास की प्राइस एक्शन पर नज़र रखनी चाहिए और जब तक पलटने के संकेत नहीं मिलते, किसी भी पोज़िशन में न घुसें।

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Stock Market Today: निफ्टी में 0.34% गिरावट, IT इंडेक्स में भारी नुकसान

Stock Market Today: निफ्टी में 0.34% गिरावट, IT इंडेक्स में भारी नुकसान

आज के शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। सेंसेक्स 241 अंक गिरकर 77,339.01 पर और निफ्टी 78.90 अंक गिरकर 23,453.80 पर बंद हुआ। IT सेक्टर में 2% से अधिक गिरावट आई। जानें बाजार की वर्तमान स्थिति और निवेशकों के लिए क्या सटीक सलाह है।

शेयर बाजार में लगातार गिरावट: सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट || Stock Market Today

आज के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का सिलसिला जारी रहा। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 241.30 अंक यानी 0.31% गिरकर 77,339.01 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 78.90 अंक यानी 0.34% की गिरावट के साथ 23,453.80 पर समापन हुआ।

Stock Market Today : IT सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरावट

आज के सत्र में IT सेक्टर में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिससे निफ्टी IT इंडेक्स 2% से ज्यादा लुढ़क गया। इसके अलावा, निफ्टी बैंक 184 अंकों की बढ़त के साथ 50,363 पर बंद हुआ, जो निवेशकों को थोड़ी राहत देता है।

Stock Market Today : अमेरिकी शेयर बाजार में सुस्ती का असर

ग्लोबल बाजारों का रुख भी नकारात्मक था। अमेरिकी शेयर बाजार में डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद जिस रैली की शुरुआत हुई थी, अब उसमें ब्रेक लग गया है। इसके असर से भारतीय बाजार भी प्रभावित हुए, और यहां की मंदी को भी यह योगदान दे रहा है।

घरेलू चुनौतियां और विदेशी निवेशकों की बिकवाली

इसके अलावा, घरेलू राजनीति का भी असर बाजार पर दिख सकता है। 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम आ सकते हैं, जो राजनीतिक अनिश्चितता का कारण बन सकते हैं। वहीं, विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार बिकवाली से बाजार पर दबाव बढ़ रहा है, जिससे बाजार में गिरावट का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।

निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह : Stock Market Today

विशेषज्ञों के मुताबिक, अगले कुछ दिनों में बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है। ऐसे में निवेशकों को सतर्क रहने और केवल स्थिर और भरोसेमंद कंपनियों में निवेश करने की सलाह दी जा रही है।

शेयर बाजार में गिरावट: पिछले सप्ताह 1900 अंक गिरा था सेंसेक्स, 10 प्रमुख कंपनियों को हुआ भारी नुकसान

पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद खराब साबित हुआ। सेंसेक्स 1900 अंक से अधिक गिरकर 2.39% नीचे बंद हुआ, जिससे बाजार में भारी उथल-पुथल मची। इस गिरावट का प्रभाव न केवल पूरे बाजार पर पड़ा, बल्कि देश की शीर्ष-10 सबसे वैल्यूएबल कंपनियों में से 8 की मार्केट वैल्यू में भी बड़ी गिरावट आई थी। इन कंपनियों की कुल मिलाकर 1.65 लाख करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू नष्ट हो गई। इसमें रिलायंस, एसबीआई (SBI), और अन्य प्रमुख कंपनियां शामिल थीं, जिनके शेयरों में भारी नुकसान देखा गया।

निवेशकों के लिए चिंता का विषय : Stock Market Today

ग्लोबल बाजारों में दबाव के साथ-साथ घरेलू बाजार भी कमजोर दिखाई दे रहा है। एशियाई बाजारों में भी गिरावट के संकेत मिल रहे हैं और जापान का निक्केई (Nikkei) भी लाल निशान में कारोबार कर रहा है। इसके अलावा, गिफ्ट निफ्टी (Gift Nifty) में भी लगभग 100 अंकों की गिरावट देखने को मिल रही है, जो निवेशकों के लिए चिंता का कारण बन सकता है।

Stock Market Today : क्या होगा आज के कारोबारी सत्र में?

आज के कारोबार में भारतीय बाजार पर और दबाव दिख सकता है। अगर एशियाई बाजारों की स्थिति समान रहती है, तो निफ्टी और सेंसेक्स दोनों में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है। इस स्थिति में निवेशकों को सतर्क रहना होगा और निवेश के फैसले सोच-समझ कर लेने होंगे।

निवेशकों के लिए सलाह: Stock Market Today

शेयर बाजार की इस अनिश्चित स्थिति में निवेशकों को धैर्य बनाए रखना जरूरी है। जबकि गिरावट के दौरान अवसर मिल सकते हैं, वहीं लंबी अवधि के निवेशक बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित न हों, इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह ले सकते हैं।

अमेरिकी बाजारों में गिरावट, भारत में भी दबाव: जानिए आज के मार्केट की स्थिति

अमेरिकी शेयर बाजार की गिरावट: अगर हम अमेरिका के शेयर बाजार की बात करें, तो डाउ जोन्स (Dow Jones) 305 अंक या 0.70% की गिरावट के साथ बंद हुआ। वहीं, नैस्डैक (Nasdaq) भी 400 अंकों से ज्यादा गिरा। S&P 500 इंडेक्स में भी 1.32% की बड़ी गिरावट देखने को मिली। यह गिरावट डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति पद पर जीत के बाद अमेरिकी बाजारों में देखी जा रही रैली के थमने के कारण आई है।

भारतीय बाजार की स्थिति: पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में महज चार कारोबारी दिन ही हुए थे, क्योंकि शुक्रवार को हॉलिडे था। गुरुवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 110.64 अंक गिरकर 77,580.31 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी भी लाल निशान में 23,532.70 के स्तर पर बंद हुआ था। इन गिरावटों का असर भारतीय बाजारों पर पड़ा, जिसमें विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कंपनियों के तिमाही नतीजों का प्रभाव देखा गया।

ग्लोबल और घरेलू कारक: भारतीय बाजार पर ग्लोबल बाजारों का असर साफ तौर पर देखा जा रहा है। साथ ही, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की निरंतर बिकवाली ने भी बाजार को दबाव में रखा। 14 नवंबर को FII ने 1,850 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इसके अलावा, 20 नवंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक अनिश्चितता का भी बाजार पर असर देखने को मिल सकता है।

आज के कारोबारी सत्र के संकेत: आज के कारोबारी सत्र में एशियाई बाजारों में दबाव का माहौल देखा जा रहा है, जो भारत के बाजारों में भी असर डाल सकता है। निवेशकों को सतर्क रहते हुए अपने निवेश निर्णयों को समझदारी से लेना होगा।

निवेशकों के लिए सलाह: बाजार की इस अनिश्चित स्थिति में निवेशकों को ध्यान रखना चाहिए कि ग्लोबल बाजारों में गिरावट और घरेलू राजनीतिक अनिश्चितता दोनों ही मिलकर बाजार पर दबाव डाल सकते हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि निवेशक अपने पोर्टफोलियो का पुनरावलोकन करें और सिर्फ उन शेयरों में निवेश करें जो दीर्घकालिक लाभ दे सकें।

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Elcid Investment : कैसे ₹3 से ₹2,36,000 पहुंच गया भारत का सबसे महंगा शेयर

Elcid Investment : कैसे ₹3 से ₹2,36,000 पहुंच गया भारत का सबसे महंगा शेयर

Elcid Investment ने भारतीय शेयर बाजार में तहलका मचा दिया, मात्र एक दिन में 66.92% का रिटर्न देकर भारत के सबसे महंगे स्टॉक्स में अपना नाम दर्ज कराया। एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी और BSE पर पुन: लिस्टिंग ने इसके शेयर मूल्य में बड़ा उछाल दिया। जानें इसके ऐतिहासिक प्रदर्शन, कारण और निवेशकों की प्रतिक्रिया।

Elcid Investment : भारत के सबसे महंगे शेयर की चौंकाने वाली कहानी

भारत के स्टॉक मार्केट में हाल ही में एक असाधारण घटना घटी, जब एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शेयर मूल्य में अविश्वसनीय उछाल देखने को मिला। कंपनी ने मात्र एक दिन में 66.92% का रिटर्न दर्ज किया, जिससे यह भारत के सबसे महंगे शेयरों में से एक बन गया, जो मशहूर MRF (मद्रास रबर फैक्ट्री) के रिकॉर्ड को भी तोड़ चुका है।

Elcid Investment का चमत्कारी उभार

Elcid Investment , जो मुख्य रूप से वित्त और निवेश में सक्रिय एक स्मॉल-कैप कंपनी है, ने 2024 में जुलाई के महीने में अपने शेयर मूल्य को ₹3.21 से बढ़ाकर 29 अक्टूबर तक ₹2,36,250 कर लिया। इस वृद्धि का एक प्रमुख कारण था कि इसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर एक विशेष पुन:लिस्टिंग के माध्यम से लिस्ट किया गया, जिसमें एक कॉल ऑक्शन मेकेनिज्म का प्रयोग किया गया।

उछाल के प्रमुख कारण || Elcid Investment

Elcid Investment के इस ऊंचे मूल्य का कारण कई महत्वपूर्ण कारक थे:

  1. पुन: लिस्टिंग और बाजार गतिशीलता: BSE के 21 अक्टूबर को जारी सर्कुलर के तहत, इस पुन: लिस्टिंग से निवेशकों के लिए लिक्विडिटी और मूल्य खोज का अवसर मिला, जिससे बाजार में खरीद-बिक्री गतिविधि में उछाल आया।
  2. एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी: एल्सिड का प्रमुख आकर्षण उसकी एशियन पेंट्स में लगभग 2.95% हिस्सेदारी है, जिसका बाजार मूल्य ₹8,500 करोड़ के आसपास आंका गया है।
  3. निवेशक धारणा: दलाल स्ट्रीट पर एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स को लेकर बड़ी चर्चा रही है, और निवेशक इसकी संभावनाओं के प्रति उत्साहित हैं।

Elcid Investment का प्रदर्शन और रिटर्न

Elcid Investment ने विभिन्न समयावधियों में कई असाधारण प्रदर्शन रिकॉर्ड किए हैं:

  • एक दिन का रिटर्न: 66.92%
  • एक महीने का रिटर्न: 5665622.38%
  • एक वर्ष का रिटर्न: 6230429.6%
  • तीन वर्ष का रिटर्न: 1234467.9%
  • पांच वर्ष का रिटर्न: 2801020.45%

ये आंकड़े न केवल कम अवधि के लाभ को दर्शाते हैं, बल्कि इसके लंबी अवधि में भी निवेशकों को आकर्षित करने की क्षमता को दर्शाते हैं।

Elcid Investment का तकनीकी विश्लेषण

तकनीकी दृष्टिकोण से, एल्सिड की हाल की ट्रेडिंग गतिविधियां अस्थिरता को दर्शाती हैं लेकिन कुछ मजबूत समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को भी स्थापित करती हैं:

  • प्रतिरोध स्तर: R1 – ₹1,33,333.33; R2 – ₹66,666.67
  • समर्थन स्तर: S1 – ₹1,33,333.33; S2 – ₹66,666.67

ये स्तर उन ट्रेडर्स के लिए महत्वपूर्ण हैं जो भविष्य में इस शेयर की कीमत पर ध्यान देना चाहते हैं।

बाजार की प्रतिक्रिया और भविष्य की संभावनाएँ

एल्सिड के प्रदर्शन पर बाजार की प्रतिक्रिया अत्यधिक सकारात्मक रही है। विश्लेषक इसके भविष्य को लेकर आशावादी हैं, लेकिन यह भी ध्यान देने की सलाह दी गई है कि छोटे कैप स्टॉक में निवेश जोखिम भरा हो सकता है, खासकर जब कीमत इतनी तेजी से बढ़ी हो।

वेल्थमिल्स सिक्योरिटीज के इक्विटी स्ट्रेटेजी डायरेक्टर, क्रांति बाथिनी का मानना है कि एल्सिड जैसी कंपनियों में निवेश करते समय निवेशकों को अपनी जोखिम क्षमता और बाजार की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए।

Elcid Investment : एक नया रिकॉर्ड बनाते हुए

भारतीय शेयर बाजार में 29 अक्टूबर 2024 को एक अद्वितीय घटना हुई, जब एल्सिड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शेयरों में एक दिन में 66.92% का अभूतपूर्व उछाल आया। इस तेजी ने न केवल रिकॉर्ड तोड़ा, बल्कि एल्सिड को भारत के सबसे महंगे स्टॉक्स में से एक बना दिया, जिसने प्रसिद्ध MRF (मैड्रास रबर फैक्ट्री) स्टॉक को भी पीछे छोड़ दिया।

Elcid Investment का विकास यात्रा

Elcid Investment जो एक छोटे आकार की कंपनी है, मुख्यतः वित्त और निवेश के क्षेत्र में कार्यरत है। जुलाई 2024 में इसका शेयर मूल्य ₹3.21 था, जो 29 अक्टूबर 2024 को अचानक बढ़कर ₹2,36,250 हो गया। इस अप्रत्याशित वृद्धि का मुख्य कारण BSE पर विशेष पुनः सूचीकरण था, जो उसी दिन हुआ। इस पुनः सूचीकरण का उद्देश्य निवेश होल्डिंग कंपनियों के लिए मूल्य निर्धारण को सुविधाजनक बनाना था।

मूल्य वृद्धि के प्रमुख कारण || Elcid Investment

  1. पुनः सूचीकरण और बाजार गतिशीलता:
    BSE द्वारा जारी एक सर्कुलर के आधार पर, इस स्टॉक को पुनः सूचीबद्ध किया गया। यह सर्कुलर 21 अक्टूबर 2024 को जारी किया गया था, जिसका उद्देश्य तरलता बढ़ाना और मूल्य निर्धारण के लिए एक मंच प्रदान करना था। पुनः सूचीकरण के साथ ही ट्रेडिंग गतिविधि में भारी बढ़ोतरी देखी गई, जिसने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया।
  2. एशियन पेंट्स में हिस्सेदारी:
    एल्सिड का मूल्यांकन उसके एशियन पेंट्स लिमिटेड में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी से भी प्रभावित है। कंपनी के पास एशियन पेंट्स में लगभग 2.95% की हिस्सेदारी है, जो करीब ₹8,500 करोड़ के बराबर है। यह बड़ी हिस्सेदारी एल्सिड के बाजार मूल्य को मजबूत करती है।
  3. निवेशक भावना:
    एल्सिड के प्रति बढ़ती हुई निवेशक रुचि ने भी इसके शेयर मूल्य में वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बाजार में एल्सिड के भविष्य की संभावनाओं को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं, जिससे इसके शेयरों की मांग बढ़ी है।

प्रदर्शन और विश्लेषण

Elcid Investment ने अपने विभिन्न समयावधियों में उल्लेखनीय प्रदर्शन दिखाया है। जैसे:

  • एक दिन का रिटर्न: 66.92%
  • एक महीने का रिटर्न: लगभग 5665622.38%
  • एक साल का रिटर्न: 6230429.6%

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि एल्सिड में न केवल तात्कालिक लाभ है, बल्कि दीर्घकालिक निवेश के लिए भी यह एक आकर्षक विकल्प बन रहा है।

भविष्य की संभावनाएँ || Elcid Investment

हालांकि, इस उच्च रिटर्न के साथ-साथ निवेशकों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। छोटे आकार के स्टॉक्स में निवेश करने के inherent जोखिम होते हैं, विशेष रूप से जब उनके मूल्य में इतनी तेजी से वृद्धि हो रही हो। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे कंपनियों में निवेश करने से पहले उनके फंडामेंटल और बाजार की स्थिति का पूरा ध्यान रखना आवश्यक है।

Elcid Investment के इस अभूतपूर्व उछाल ने भारतीय शेयर बाजार में एक नया मानक स्थापित किया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में यह कंपनी किस दिशा में आगे बढ़ती है और क्या यह अपने निवेशकों को और भी अधिक लाभ प्रदान कर सकती है।

निष्कर्ष

Elcid Investment की कहानी स्टॉक मार्केट में निवेश के अनिश्चित और रोमांचक पक्ष को दर्शाती है।

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BSE IPO allotment : BSE लिमिटेड IPO आवंटन: कैसे चेक करें अपना स्टेटस ऑनलाइन

Mosaic Brands का स्वैच्छिक प्रशासन में प्रवेश: ASX मार्केट पर क्या पड़ेगा असर?

Mosaic Brands : ASX पर सूचीबद्ध प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई फैशन रिटेलर Mosaic Brands, जो Rivers, Katies, Millers और Noni B जैसे कई प्रतिष्ठित ब्रांड का मालिक है, ने हाल ही में स्वैच्छिक प्रशासन में प्रवेश का निर्णय लिया है। इस फैसले के बाद हजारों कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।

Mosaic Brands ने लिया स्वैच्छिक प्रशासन का फैसला: हजारों नौकरियों पर खतरा

ASX पर सूचीबद्ध प्रमुख ऑस्ट्रेलियाई फैशन रिटेलर Mosaic Brands, जो Rivers, Katies, Millers और Noni B जैसे कई प्रतिष्ठित ब्रांड का मालिक है, ने हाल ही में स्वैच्छिक प्रशासन में प्रवेश का निर्णय लिया है। इस फैसले के बाद हजारों कर्मचारियों की नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है।

कंपनी ने सोमवार को एक बयान में बताया कि हाल ही में उसके द्वारा परिचालन को अनौपचारिक रूप से पुनर्गठित करने के प्रयासों के बावजूद, Mosaic Brands के बोर्ड ने यह निर्णय लिया कि अब प्रशासनिक नियंत्रण में जाकर पुनर्गठन करना ही सबसे उपयुक्त विकल्प है।

प्रशासन की प्रक्रिया के तहत Mosaic ने FTI Consulting की टीम को प्रशासकों के रूप में नियुक्त किया है, जिनमें वॉन स्ट्रॉब्रिज, कैथरीन इवांस, केट वारविक और डेविड मैक्ग्रा शामिल हैं। साथ ही, Mosaic के वरिष्ठ ऋणदाता ने KPMG को रिसीवर्स और प्रबंधकों के रूप में नियुक्त किया है, जो इस पुनर्गठन प्रक्रिया में प्रशासकों के साथ मिलकर काम करेंगे।

Mosaic Brands प्रशासन प्रक्रिया का उद्देश्य और संभावित प्रभाव

प्रशासन प्रक्रिया के तहत अब Mosaic का संचालन FTI Consulting और KPMG द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। ये दोनों संस्थाएं Mosaic के वित्तीय खातों की समीक्षा करेंगी और मूल्यांकन करेंगी कि क्या कंपनी का पुनर्गठन कर व्यवसाय को जारी रखा जा सकता है या फिर कर्मचारियों और कर्जदाताओं के हितों को देखते हुए कंपनी को परिसमापन की ओर ले जाना उचित होगा।

ऑस्ट्रेलियाई रिटेल बाजार पर असर

Mosaic Brands का यह निर्णय ऑस्ट्रेलियाई रिटेल उद्योग के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह कंपनी बड़े पैमाने पर फैशन और जीवनशैली उत्पादों की विक्रेता रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से अन्य रिटेलर्स को भी अपने व्यवसाय में सुधार और पुनर्गठन के लिए प्रेरित किया जा सकता है।

Mosaic Brands का पुनर्गठन: 2700 कर्मचारियों और 700 से अधिक स्टोर्स पर असर

ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख फैशन रिटेलर Mosaic Brands ने हाल के महीनों में अपने परिचालन को सीमित करने के लिए कुछ कठोर कदम उठाए हैं। कंपनी, जिसके पास 2700 कर्मचारी और 700 से अधिक स्टोर्स हैं, ने अपने व्यवसाय को “तर्कसंगत” या डाउनसाइज करने का निर्णय लिया है।

Mosaic Brands : ब्रांड्स का पुनर्गठन और स्टोर बंदी

30 सितंबर को, Mosaic Brands ने अपने कुछ प्रमुख ब्रांड्स Rockmans, Autograph, Crossroads, W.Lane और BeMe को समाप्त करते हुए करीब 200 स्टोर्स को बंद कर दिया। यह कदम Mosaic के व्यवसाय को पुनः केंद्रित करने और पाँच प्रमुख विकास ब्रांड्स पर ध्यान देने के उद्देश्य से उठाया गया।

अब Mosaic Brands ने घोषणा की है कि वे अपने Millers, Noni B, Rivers, और Katies ब्रांड्स के साथ-साथ एक स्वतंत्र ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म Mosaic मार्केटप्लेस में निवेश करेंगे और इसे विकसित करेंगे।

कंपनी का रणनीतिक दृष्टिकोण

Mosaic Brands का यह निर्णय उनके विकास के लिए दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। कंपनी का मानना है कि ये कदम उनके प्रमुख ब्रांड्स को मजबूत करने के साथ-साथ उनकी डिजिटल उपस्थिति को बढ़ावा देंगे।

Mosaic Brands का पुनर्गठन प्रयास जारी: CEO को भविष्य में सुधार की उम्मीद

सोमवार को Mosaic Brands ने अपने ब्रांड “तर्कसंगठन” (ब्रांड रेशनलाइजेशन) को और बढ़ाने का इरादा जताया। कंपनी ने कहा है कि इसके कारोबार को जारी रखते हुए प्रबंधन इस योजना को जारी रखेगा और खासतौर से आगामी क्रिसमस और अवकाश के दौरान कारोबार पर विशेष ध्यान देगा।

कंपनी के शेयरों में गिरावट और बाजार पूंजीकरण

पिछले 12 महीनों में Mosaic के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। कंपनी का शेयर मूल्य 10 सेंट से घटकर 3.6 सेंट हो गया है, जिससे इसका बाजार पूंजीकरण केवल $6.4 मिलियन तक रह गया है।

हालांकि, Mosaic के CEO एरिका बर्चटोल्ड का मानना है कि कंपनी अपने कमजोर होते प्रदर्शन को फिर से मजबूती दे सकती है। उन्होंने विश्वास जताया कि वर्तमान पुनर्गठन योजनाओं से भविष्य में सुधार की संभावनाएं मजबूत हो सकती हैं।

प्रबंधकीय दृष्टिकोण और रणनीतिक कदम

Mosaic का यह निर्णय उसके ब्रांड पोर्टफोलियो को सीमित करके प्रभावी परिचालन सुनिश्चित करने की दिशा में है। ब्रांड “तर्कसंगठन” के जरिए Mosaic अपने व्यवसाय के महत्वपूर्ण हिस्सों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, जिससे कंपनी को चुनौतियों से उबरने में सहायता मिल सके।

Mosaic Brands का पुनर्गठन जारी: संचालन स्थिर करने और ब्रांड्स को सशक्त बनाने पर ध्यान

Mosaic Brands की CEO एरिका बर्चटोल्ड ने सोमवार को कंपनी के पुनर्गठन प्रयासों के बारे में कहा कि Mosaic Brands के पास अपने लक्षित ग्राहकों और कर्मचारियों के लिए एक स्पष्ट बाजार प्रस्ताव के साथ पुनः आकार देने का एक आकर्षक अवसर है, जिस पर कंपनी गर्व कर सकती है।

उन्होंने कहा, “हमारा मुख्य उद्देश्य अपने कोर ब्रांड्स पर ध्यान केंद्रित कर योजना को तेजी से आगे बढ़ाना है, ताकि हम मौजूदा ग्राहकों को बेहतर सेवा दे सकें और ऑस्ट्रेलिया के महानगरीय और क्षेत्रीय क्षेत्रों में नए ग्राहकों को आकर्षित कर सकें।”

KPMG की भूमिका और स्थिरीकरण प्रयास

KPMG के टर्नअराउंड और पुनर्गठन के साझेदार डेविड हार्डी ने बताया कि उनकी टीम Mosaic के संचालन को स्थिर करने और व्यवसाय के अंतर्निहित मूल्य को बनाए रखने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा, “Mosaic Brands के पास प्रतिष्ठित फैशन लेबल्स का एक समूह है, जिनके कपड़े और उत्पाद ऑस्ट्रेलियाई ग्राहकों में पीढ़ियों से प्रिय रहे हैं। हम कंपनी के संचालन को स्थिर करने की कोशिश करेंगे ताकि व्यापार में न्यूनतम व्यवधान आए और ग्राहकों को सेवा दी जा सके।”

KPMG ने Mosaic के सामने आने वाली चुनौतियों में आपूर्तिकर्ताओं और इन्वेंटरी प्रबंधन से जुड़े संरचनात्मक अवरोधों की ओर इशारा किया। इसके साथ ही KPMG Mosaic के व्यापार संचालन की निगरानी करेगा, जबकि प्रशासक Mosaic के पुनर्पूंजीकरण या अधिग्रहण के लिए ऑफर्स प्राप्त करने का प्रयास करेंगे।

Mosaic Brands : ग्राहक सेवा और कंपनी का भविष्य

Mosaic Brands : प्रबंधन का उद्देश्य Mosaic Brands को एक मजबूत कंपनी के रूप में स्थापित करना है, जो न केवल मौजूदा ग्राहकों की सेवा करेगी, बल्कि नए ग्राहकों को भी जोड़ने में सक्षम होगी। Mosaic की इस योजना में उसकी प्रतिष्ठित ब्रांड्स, जैसे कि Rivers, Noni B, Millers और Katies को सशक्त बनाना शामिल है।

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BSE IPO allotment : BSE लिमिटेड IPO आवंटन: कैसे चेक करें अपना स्टेटस ऑनलाइन

Indusind Bank Share : इस बैंक के शेयर में 19% की गिरावट, क्या होगा आगे?

Indusind Bank Share : इंडसइंड बैंक के शेयर 25 अक्टूबर 2024 को एक बड़ी गिरावट का सामना कर रहे हैं, जिसमें 19% तक की कमी आई है। यह गिरावट तब आई जब बैंक ने पिछले दिन बाजार बंद होने के बाद अपने वित्तीय परिणाम जारी किए, जो निराशाजनक साबित हुए।

Indusind Bank Share : जानें कारण और आगे की संभावनाएं

Indusind Bank Share : इंडसइंड बैंक के शेयर 25 अक्टूबर 2024 को एक बड़ी गिरावट का सामना कर रहे हैं, जिसमें 19% तक की कमी आई है। यह गिरावट तब आई जब बैंक ने पिछले दिन बाजार बंद होने के बाद अपने वित्तीय परिणाम जारी किए, जो निराशाजनक साबित हुए।

दूसरी तिमाही के लिए, निजी क्षेत्र के इस बैंक ने अपने समेकित शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर 39.5% की कमी का खुलासा किया। अब यह लाभ 1,331 करोड़ रुपये तक गिर गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में यह 2,181 करोड़ रुपये था।

बैंक की इस कमजोर प्रदर्शन ने निवेशकों में चिंता पैदा कर दी है। कई विश्लेषक इसे एक संकेत मान रहे हैं कि बैंक को वित्तीय स्थिरता हासिल करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

Indusind Bank Share : आगे क्या?

इस गिरावट के बाद, निवेशकों को यह सोचने की जरूरत है कि क्या यह बैंक में निवेश करने का सही समय है। क्या आने वाले समय में स्थिति में सुधार होगा? विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले तिमाही परिणामों के आधार पर स्थिति स्पष्ट होगी।

IndusInd Bank के शेयर मूल्य की ताजा स्थिति: 25 अक्टूबर, 2024

इंडसइंड बैंक के शेयरों की गतिविधियां हाल के दिनों में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। 24 अक्टूबर, 2024 को, शेयर ने व्यापार में 1,278.90 रुपये पर बंद किया। पिछले कारोबारी सत्र में, शेयर ने 1,285.65 रुपये का इंट्राडे हाई छुआ, जबकि इसका इंट्राडे लो 1,259.00 रुपये रहा।

Indusind Bank Share : मार्केट कैपिटलाइजेशन और प्रदर्शन

बैंक की कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन 24 अक्टूबर, 2024 को 99,625.43 करोड़ रुपये रही। इंदसइंड बैंक के शेयर ने पिछले 52 सप्ताह में 1,694.35 रुपये का उच्चतम स्तर और 1,259.00 रुपये का निम्नतम स्तर देखा है।

ट्रेडिंग वॉल्यूम

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर 24 अक्टूबर, 2024 को ट्रेडिंग वॉल्यूम 68,198 शेयर रहा।

Indusind Bank Share : IndusInd Bank का वित्तीय प्रदर्शन : NII में मामूली वृद्धि, लाभ में गिरावट

हाल ही में इंडसइंड बैंक ने अपने वित्तीय आंकड़े जारी किए हैं, जिनमें शुद्ध ब्याज आय (NII) में 5% की सालाना वृद्धि के साथ 5,347 करोड़ रुपये का आंकड़ा दर्ज किया गया है। हालांकि, यह वृद्धि बाजार की अपेक्षाओं को पूरा करने में असफल रही है, जिससे विश्लेषकों और निवेशकों में चिंता का माहौल है।

शुद्ध ब्याज आय (NII) का महत्व

NII किसी बैंक की लाभप्रदता का एक महत्वपूर्ण संकेतक है। जबकि NII में वृद्धि हुई है, अन्य वित्तीय मेट्रिक्स पर दबाव का संकेत इस बात को दर्शाता है कि बैंक की समग्र लाभप्रदता प्रभावित हो रही है।

शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) में गिरावट

बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) पिछले वर्ष के 4.29% से घटकर 4.08% पर आ गया है। यह गिरावट लाभप्रदता पर बढ़ते दबाव को स्पष्ट करती है। ऐसे में, निवेशकों के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि इस गिरावट का बैंक के समग्र वित्तीय स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है।

Indusind Bank Share : संपत्ति गुणवत्ता में गिरावट और वित्तीय परिणाम

इंडसइंड बैंक ने हाल के तिमाही परिणामों में वित्तीय चुनौतियों का सामना किया है। जून तिमाही के दौरान, बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में गिरावट आई है। कुल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (Gross NPA) का अनुपात 2.11% तक बढ़ गया, जो कि पिछले वर्ष 2.02% था।

गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों का विस्तार

संपत्ति की गुणवत्ता में इस गिरावट के साथ, कुल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों का आंकड़ा अब 7,638.5 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कि जून में 7,126.8 करोड़ रुपये था। इसी तरह, शुद्ध गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (Net NPA) का आंकड़ा भी बढ़कर 2,282 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पहले 2,095 करोड़ रुपये था।

प्रावधानों में वृद्धि

इन चुनौतियों का सामना करने के लिए, बैंक ने प्रावधानों में बढ़ोतरी की है, जो कि सालाना आधार पर 87% और क्रमिक आधार पर 73% बढ़कर 1,820.1 करोड़ रुपये तक पहुंच गए हैं।

परिचालन लाभ में गिरावट

इसी के साथ, बैंक का परिचालन लाभ भी प्रभावित हुआ है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 7.2% और क्रमिक रूप से 9% की गिरावट के साथ 3,599 करोड़ रुपये रह गया है।

Indusind Bank Share : ऋण वृद्धि और वित्तीय विश्लेषकों की समीक्षाएं

हालांकि इंडसइंड बैंक ने अपने तिमाही लाभ में गिरावट दर्ज की है, फिर भी बैंक ने 13% सालाना आधार पर ऋण वृद्धि हासिल की है, जो कि 3.57 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। इसी तरह, बैंक के जमा भी 15% की मजबूत वृद्धि के साथ 4.12 लाख करोड़ रुपये हो गए हैं।

तिमाही प्रदर्शन की समीक्षा : Indusind Bank Share

बैंक के इस निराशाजनक तिमाही प्रदर्शन को देखते हुए, कई वित्तीय विश्लेषकों ने अपने रेटिंग और मूल्य लक्ष्यों में समायोजन किया है। नोमुरा ने स्टॉक पर “न्यूट्रल” रुख बनाए रखा है, लेकिन इसका मूल्य लक्ष्य 1,580 रुपये से घटाकर 1,220 रुपये कर दिया है, हाल की तिमाही को कमजोर और दृष्टिकोण को “चुनौतीपूर्ण” बताते हुए। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2025 से 2027 के लिए अपने रिटर्न ऑन इक्विटी (RoE) के अनुमानों को 14% से घटाकर 11-13% की सीमा में संशोधित किया है, हालांकि उन्होंने यह भी नोट किया कि ‘सामान्य’ मूल्यांकन के कारण पूर्ण गिरावट का जोखिम सीमित है।

मैक्रेरी ने “आउटपरफॉर्म” रेटिंग बनाए रखी है और इसका मूल्य लक्ष्य 1,690 रुपये रखा है, हालांकि उन्होंने माना कि सूक्ष्म वित्त संस्थान (MFI) के पोर्टफोलियो में बिगड़ती संपत्ति की गुणवत्ता वित्तीय वर्ष 2025 के लिए रिटर्न ऑन एसेट (RoA) के अनुमान को 1.8% तक प्रभावित कर सकती है।

दूसरी ओर, सिटी ने “बाय” रेटिंग बनाए रखी है, लेकिन इसका मूल्य लक्ष्य 2,010 रुपये से घटाकर 1,630 रुपये कर दिया है। इसका कारण है कि ऋण वृद्धि और मध्यम शुल्क आय की उम्मीदों में कमी के कारण वित्तीय वर्ष 2025 से 2027 के लिए आय के अनुमानों में 18% से 22% की कटौती की गई है।

वर्तमान बाजार स्थिति : Indusind Bank Share

Indusind Bank Share :फिलहाल, इंडसइंड बैंक के 50 विश्लेषकों में से 41 अभी भी स्टॉक पर “बाय” रेटिंग रखते हैं, जबकि आठ “होल्ड” की सलाह देते हैं और एक “सेल” की सिफारिश करता है। राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सुबह 10:50 बजे इंडसइंड बैंक के शेयर 1,045.65 रुपये पर कारोबार कर रहे थे, जो कि 18.50% की भारी गिरावट दर्शाता है। पिछले वर्ष में, स्टॉक ने लगभग 10% की नकारात्मक वापसी दी है।

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शेयर बाजार में हलचल: IndusInd Bank के शेयर में 19% की गिरावट, क्या होगा आगे

BSE IPO allotment : BSE लिमिटेड IPO आवंटन: कैसे चेक करें अपना स्टेटस ऑनलाइन

BSE IPO allotment : BSE लिमिटेड के IPO आवंटन की प्रक्रिया अब उपलब्ध है। यदि आपने BSE IPO के लिए आवेदन किया है और जानना चाहते हैं कि आपको कितने शेयर मिले हैं, तो आप नीचे दिए गए आसान कदमों का पालन करके अपनी आवंटन स्थिति जांच सकते हैं।

अपनी आवंटन स्थिति चेक करने के लिए ये कदम उठाएं: BSE IPO allotment

  1. नीचे दिए गए आवंटन स्थिति जांच बटन पर क्लिक करें।
  2. कंपनी का नाम चुनें।
  3. अपना PAN नंबर, आवेदन संख्या, या DP क्लाइंट ID में से कोई एक दर्ज करें।
  4. ‘सर्च’ बटन पर क्लिक करें।

BSE IPO allotment : इन सरल चरणों का पालन करके आप आसानी से BSE लिमिटेड IPO की आवंटन स्थिति जान सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप सही जानकारी दर्ज कर रहे हैं, ताकि आपकी जांच प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।

यदि आपको आवंटन की जानकारी मिलती है, तो आपको शेयरों का विवरण भी प्रदान किया जाएगा, जिससे आप आगे की प्रक्रिया को समझ सकेंगे।


BSE IPO allotment : IPO आवंटन क्या है?

IPO आवंटन एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है जो निवेशकों को यह जानकारी देती है कि उन्होंने IPO के लिए आवेदन करने के बाद कितने शेयर प्राप्त किए हैं। जब एक IPO बंद होता है, तो कंपनी और उसके रजिस्ट्रार सभी आवेदनों को इकट्ठा करते हैं और आवंटन की गणना करते हैं, जो कि मांग और उपलब्ध कुल शेयरों के आधार पर होती है।

IPO आवंटन स्थिति यह दर्शाती है कि क्या किसी निवेशक का आवेदन सफल रहा और यदि हां, तो उसे कितने शेयर आवंटित किए गए हैं।

BSE IPO allotment : IPO आवंटन स्थिति को समझने का महत्व

IPO आवंटन स्थिति को समझना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह निवेशकों को अगली प्रक्रियाओं की तैयारी में मदद करता है, जैसे कि लिस्टिंग दिन की योजना बनाना या भविष्य के निवेश निर्णय लेना। यदि कोई IPO ओवरसब्सक्राइब हो जाता है, तो आवंटन प्रक्रिया और भी जटिल हो जाती है, जिसमें अक्सर लॉटरी या अनुपातिक वितरण प्रणाली का उपयोग किया जाता है ताकि न्यायसंगत आवंटन सुनिश्चित किया जा सके।

जब आप अपने IPO आवंटन की स्थिति की जांच करते हैं, तो आप अपने निवेश के परिणामों का आकलन कर सकते हैं, इससे पहले कि शेयर स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध हों।

BSE IPO allotment : IPO आवंटन स्थिति कैसे जांचें?

यदि आप जानना चाहते हैं कि IPO आवंटन स्थिति कैसे जांचें, तो कई तरीके हैं। आप BSE या NSE के माध्यम से IPO आवंटन की स्थिति की जांच कर सकते हैं। नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन करें:

  • BSE वेबसाइट पर जाएं: आधिकारिक BSE साइट पर जाएं और ‘अवेदन की स्थिति’ सेक्शन को खोजें। वैकल्पिक रूप से, आप सीधे BSE IPO आवंटन जांच पृष्ठ पर जा सकते हैं।
  • इश्यू प्रकार चुनें: ‘इक्विटी’ को ड्रॉपडाउन मेन्यू में चुनें जो ‘इश्यू प्रकार’ सेक्शन के अंतर्गत है।
  • IPO कंपनी का चयन करें: उस सूची में से उस कंपनी का चयन करें जिसका IPO आपने आवेदन किया है।
  • अपनी जानकारी दर्ज करें: आवश्यक फ़ील्ड में अपना आवेदन संख्या या PAN (स्थायी खाता संख्या) दर्ज करें और सबमिट पर क्लिक करें।
  • रजिस्ट्रार की वेबसाइट देखें: लिंक इंटाइम या केफिनटेक जैसी प्लेटफार्म भी IPO आवंटन स्थिति की ऑनलाइन जांच करने का आसान तरीका प्रदान करते हैं। आप इन साइटों का उपयोग करके भी स्थिति प्राप्त कर सकते हैं।

BSE IPO allotment : इन तरीकों का पालन करके, आप आसानी से PAN संख्या या आवेदन संख्या द्वारा IPO आवंटन स्थिति की जांच कर सकते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि आपको पता है कि आपको कितने शेयर आवंटित किए गए हैं।

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किस तरह से जानें BSE लिमिटेड IPO आवंटन की स्थिति?

Gold Price : आज Antam सोने की कीमत ₹1,529 लाख प्रति ग्राम तक पहुंची, जानिए क्यों बढ़ रहीं कीमतें

Gold Price : जकार्ता – PT Aneka Tambang Tbk (ANTM) द्वारा बेचे जाने वाले सोने की कीमतें शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2024 को ₹1,529,000 प्रति ग्राम तक पहुंच गईं, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। सुबह 8:17 बजे तक यह कीमत स्थिर रही, और यह सोने में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खबर है।

Antam (ANTM) सोने की कीमतें नई ऊंचाई पर: ₹1,529 प्रति ग्राम पर पहुंचीं : Gold Price

जकार्ता – PT Aneka Tambang Tbk (ANTM) द्वारा बेचे जाने वाले सोने की कीमतें शुक्रवार, 25 अक्टूबर 2024 को ₹1,529,000 प्रति ग्राम तक पहुंच गईं, जो अब तक का उच्चतम स्तर है। सुबह 8:17 बजे तक यह कीमत स्थिर रही, और यह सोने में निवेश करने वालों के लिए बड़ी खबर है।

नए रिकॉर्ड पर Antam सोना : Gold Price

Antam की कीमती धातुओं के पेज से मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात (24 अक्टूबर 2024) को सोने की कीमत ₹1,529,000 प्रति ग्राम पर पहुंच गई। यह अब तक का उच्चतम स्तर है, जिसे ऑल-टाइम हाई (ATH) के रूप में दर्ज किया गया है। इससे पहले, बुधवार (23 अक्टूबर 2024) को Antam सोने की कीमत ₹1,521,000 प्रति ग्राम तक पहुंची थी, जो उस समय का सबसे ऊंचा रिकॉर्ड था।

बायबैक कीमतें भी स्थिर : Gold Price

शुक्रवार को Antam सोने की बायबैक कीमत ₹1,379,000 प्रति ग्राम पर स्थिर रही। इसका मतलब यह है कि अगर आप Antam से सोना वापस बेचते हैं, तो यह दर आपको दी जाएगी।

टैक्स संबंधी जानकारी : Gold Price

सोने की खरीद-बिक्री पर टैक्स लागू होता है, जैसा कि वित्त मंत्री विनियम (PMK) No. 34/PMK.10/2017 के अनुसार निर्धारित किया गया है। अगर आप ₹10 लाख से अधिक के सोने की बिक्री Antam को करते हैं, तो आपको आयकर (PPh 22) देना होगा। यदि आपके पास करदाता पहचान संख्या (NPWP) है, तो यह टैक्स 1.5% होगा, और यदि आपके पास NPWP नहीं है, तो टैक्स दर 3% होगी। बायबैक के समय यह टैक्स सीधे काट लिया जाता है।

Antam सोने की कीमतें (25 अक्टूबर 2024) : Gold Price

यहां शुक्रवार को Antam कीमती धातुओं द्वारा दर्ज किए गए सोने के विभिन्न फ्रैक्शन की कीमतें दी गई हैं:

  • 1 ग्राम सोना: ₹1,529,000
  • 5 ग्राम सोना: कीमत वर्तमान दर पर गणना की जाएगी।
  • 10 ग्राम सोना: इसी प्रकार।

(कृपया अद्यतन जानकारी के लिए Antam के आधिकारिक स्रोत पर जाएं।)

बायबैक (पुनर्खरीद) की कीमत में भी वृद्धि : Gold Price

गुरुवार रात हुए इस उछाल के कारण Antam द्वारा सोने की बायबैक कीमत भी बढ़कर ₹1,379,000 प्रति ग्राम हो गई है। इसका मतलब यह है कि यदि कोई ग्राहक Antam को अपना सोना वापस बेचता है, तो उन्हें यह नई बायबैक कीमत मिलेगी।

टैक्स और ट्रांजैक्शन शुल्क : Gold Price

सोने की खरीद-फरोख्त पर टैक्स लागू होता है, जैसा कि वित्त मंत्री के विनियमन (PMK No. 34/PMK.10/2017) में उल्लेख किया गया है। अगर आप PT Antam Tbk को ₹10 लाख से अधिक मूल्य के सोने की बिक्री करते हैं, तो आपको आयकर (PPh 22) का भुगतान करना होगा। NPWP (टैक्सपेयर्स आइडेंटिफिकेशन नंबर) धारकों के लिए यह टैक्स 1.5% होगा, जबकि जिनके पास NPWP नहीं है, उनके लिए यह टैक्स 3% होगा। बायबैक लेन-देन पर यह टैक्स सीधे कुल बायबैक मूल्य से काट लिया जाता है।

Antam सोने की कीमतें (25 अक्टूबर 2024) : Gold Price

शुक्रवार को Antam कीमती धातु के पेज पर दर्ज सोने की विभिन्न यूनिट्स की कीमतें इस प्रकार हैं:

  • 0.5 ग्राम सोना: ₹814,500
  • 1 ग्राम सोना: ₹1,529,000
  • 2 ग्राम सोना: ₹2,998,000
  • 3 ग्राम सोना: ₹4,472,000
  • 5 ग्राम सोना: ₹7,420,000
  • 10 ग्राम सोना: ₹14,785,000
  • 25 ग्राम सोना: ₹36,837,000
  • 50 ग्राम सोना: ₹73,595,000
  • 100 ग्राम सोना: ₹147,112,000
  • 250 ग्राम सोना: ₹367,515,000
  • 500 ग्राम सोना: ₹734,820,000
  • 1,000 ग्राम सोना: ₹1,469,600,000

टैक्स दरें (PMK No. 34/PMK.10/2017 के अनुसार) : Gold Price

सोने की खरीद पर भी PPh 22 लागू होता है, जो NPWP धारकों के लिए 0.45% और बिना NPWP धारकों के लिए 0.9% है। हर खरीद के साथ PPh 22 की कटौती का प्रमाण भी दिया जाता है।

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Antam (ANTM) Gold Prices

Waaree Energies IPO Allotment Date : Waaree Energies IPO का हालिया अपडेट आज के लिए संभावित आवंटन तिथि

Waaree Energies IPO Allotment Date : का आवंटन स्थिरता चेक करना आसान है। आप इसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपनी आवंटन स्थिति की जांच कर सकते हैं।

Waaree Energies IPO Allotment Date : आवंटन की स्थिति कैसे चेक करें

Waaree Energies IPO का आवंटन स्थिरता चेक करना आसान है। आप इसे विभिन्न प्लेटफार्मों पर ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि आप कैसे अपनी आवंटन स्थिति की जांच कर सकते हैं।

1. BSE और NSE वेबसाइट्स के माध्यम से चेक करें

आप अपने आवंटन की स्थिति को सीधे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की वेबसाइट पर जा कर देख सकते हैं। इन वेबसाइटों पर एक विशेष सेक्शन होता है जहाँ आप अपने आवंटन की स्थिति दर्ज कर सकते हैं।

2. IPO रजिस्ट्रार की आधिकारिक वेबसाइट

Waaree Energies IPO का रजिस्ट्रार Link Intime India Private Ltd है। आप उनकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी अपनी आवंटन स्थिति की जांच कर सकते हैं। यहाँ आपको अपने आवेदन नंबर और अन्य आवश्यक विवरण दर्ज करने होंगे।

3. आवंटन की स्थिति की जानकारी कैसे प्राप्त करें

  • सबसे पहले, BSE या NSE की वेबसाइट पर जाएँ।
  • IPO सेक्शन में जाएँ और “आवंटन स्थिति” विकल्प चुनें।
  • Link Intime की वेबसाइट पर जाने के लिए, Link Intime India की आधिकारिक साइट पर जाएँ।
  • यहाँ अपना आवेदन नंबर और अन्य विवरण भरें, और फिर “सबमिट” पर क्लिक करें।
  • आपकी आवंटन स्थिति तुरंत आपके सामने होगी।

इस प्रक्रिया के माध्यम से, आप आसानी से Waaree Energies IPO के आवंटन की स्थिति की जांच कर सकते हैं। यदि आप और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया हमें बताएं!

Waaree Energies IPO Allotment Date : उच्च मांग और रिकॉर्ड आवेदन

Waaree Energies Ltd, जो सौर पीवी मॉड्यूल का निर्माता है, के पहले सार्वजनिक निर्गम (IPO) ने अभूतपूर्व मांग प्राप्त की है। इस IPO ने आवेदन प्राप्त करने के मामले में अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। बोली लगाने की अवधि समाप्त हो चुकी है, और अब आवेदक Waaree Energies IPO आवंटन की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जो कि आज अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।

उच्च मांग का कारण

Waaree Energies का IPO निवेशकों के बीच एक आकर्षक विकल्प बन गया है। सौर ऊर्जा के क्षेत्र में वृद्धि और टिकाऊ ऊर्जा समाधान की आवश्यकता ने इस IPO के लिए भारी रुचि उत्पन्न की है। इस IPO ने निवेशकों को सौर ऊर्जा उद्योग में भाग लेने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है।

आवंटन की प्रक्रिया

IPO आवंटन की प्रक्रिया के तहत, निवेशकों को उनके आवेदन के आधार पर शेयरों का आवंटन किया जाएगा। सभी आवेदकों को आज अपने आवंटन की स्थिति की जांच करनी चाहिए। आवंटन के बाद, आवेदकों को उनके शेयरों का क्रेडिट उनके संबंधित डिमेट खाता में किया जाएगा।

कैसे चेक करें आवंटन की स्थिति

  • BSE और NSE वेबसाइट्स: आप बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की वेबसाइट पर जाकर अपनी आवंटन स्थिति चेक कर सकते हैं।
  • Link Intime वेबसाइट: Link Intime India, जो Waaree Energies IPO का रजिस्ट्रार है, उनकी वेबसाइट पर जाकर भी आप अपनी आवंटन स्थिति जान सकते हैं।

Waaree Energies IPO ने न केवल रिकॉर्ड आवेदन प्राप्त किए हैं, बल्कि यह सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश के लिए एक सकारात्मक संकेत भी है। आवेदकों को आज आवंटन की प्रतीक्षा है, और वे अपनी स्थिति चेक करने के लिए तत्पर हैं।

Waaree Energies IPO Allotment Date : 24 अक्टूबर को होगा निर्धारित

Waaree Energies Ltd का आईपीओ आवंटन आज, 24 अक्टूबर को होने की उम्मीद है। यह कंपनी आज शेयर आवंटन के आधार को अंतिम रूप देने की योजना बना रही है, क्योंकि आईपीओ के लिए 21 से 23 अक्टूबर तक सदस्यता खुली थी।

IPO के बारे में संक्षिप्त जानकारी

Waaree Energies एक प्रमुख सौर ऊर्जा उत्पाद निर्माता है, जिसने अपने आईपीओ के माध्यम से निवेशकों से बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त किए हैं। इस आईपीओ में निवेशकों की दिलचस्पी मुख्य रूप से सौर ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास और टिकाऊ ऊर्जा के प्रति बढ़ते ध्यान के कारण है।

आवंटन प्रक्रिया

IPO आवंटन की प्रक्रिया में, निवेशकों को उनके द्वारा किए गए आवेदन के आधार पर शेयर आवंटित किए जाएंगे। आज होने वाला आवंटन इस बात का निर्धारण करेगा कि प्रत्येक आवेदक को कितने शेयर मिलेंगे।

आवंटन की स्थिति की जांच कैसे करें

निवेशक आज अपने आवंटन की स्थिति की जांच कर सकते हैं। इसके लिए, वे निम्नलिखित तरीकों का उपयोग कर सकते हैं:

  • BSE और NSE वेबसाइट्स: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की आधिकारिक वेबसाइटों पर जाकर।
  • Link Intime वेबसाइट: Waaree Energies IPO के रजिस्ट्रार Link Intime India की वेबसाइट पर जाकर भी आवंटन की स्थिति देखी जा सकती है।

Waaree Energies के आईपीओ आवंटन का इंतजार कर रहे सभी निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण दिन है। सभी को अपने आवंटन की प्रतीक्षा है और यह देखना है कि किसे कितने शेयर मिलते हैं।

Waaree Energies IPO Allotment Date : शेयर क्रेडिट और रिफंड की प्रक्रिया

Waaree Energies Ltd के आईपीओ में भाग लेने वाले योग्य आवेदकों के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट है। कंपनी ने घोषणा की है कि सफल आवेदकों के डिमैट खाते में शेयर 25 अक्टूबर को क्रेडिट किए जाएंगे। इसके साथ ही, असफल निवेदकों को भी उसी दिन रिफंड प्रक्रिया की जाएगी।

शेयर क्रेडिट की प्रक्रिया

Waaree Energies IPO Allotment Date : 25 अक्टूबर को, सभी योग्य आवेदकों के डिमैट खातों में उनके आवंटित शेयर स्वतः क्रेडिट हो जाएंगे। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि निवेशक जल्द से जल्द अपने शेयरों को अपनी पोर्टफोलियो में शामिल कर सकें।

रिफंड प्रक्रिया

असफल बोलीदाताओं के लिए, उनकी राशि का रिफंड भी उसी दिन शुरू किया जाएगा। यह रिफंड सीधे आवेदकों के बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाएगा, जिससे उन्हें अपने निवेश की तात्कालिकता को बनाए रखने में मदद मिलेगी।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

  • शेयर क्रेडिट तिथि: 25 अक्टूबर
  • रिफंड की तिथि: 25 अक्टूबर
  • निवेशक चेक करें: आवेदक अपने डिमैट खाते में लॉगिन करके यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनके शेयर क्रेडिट हो गए हैं या नहीं।

Waaree Energies IPO Allotment Date : आवंटन स्थिति की ऑनलाइन जांच करें

Waaree Energies Ltd के आईपीओ में निवेश करने वाले निवेशक अब अपनी आवंटन स्थिति को आसानी से ऑनलाइन चेक कर सकते हैं। यह प्रक्रिया सरल और सुविधाजनक है, जिससे आप अपने निवेश की स्थिति के बारे में त्वरित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

आवंटन स्थिति की जांच कैसे करें?

  1. बीएसई और एनएसई वेबसाइट:
    • निवेशक सबसे पहले बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
    • वहां ‘IPO आवंटन स्थिति’ के विकल्प पर क्लिक करें।
  2. IPO रजिस्ट्रार का आधिकारिक पोर्टल:
    • Waaree Energies IPO के लिए रजिस्ट्रार Link Intime India Private Ltd है।
    • आप उनके आधिकारिक पोर्टल पर जाकर भी अपनी आवंटन स्थिति देख सकते हैं।
  3. आवश्यक जानकारी:
    • आवंटन स्थिति चेक करने के लिए आपको अपना पैन नंबर या आवेदन संख्या की आवश्यकता होगी।

क्यों करें जांच?

Waaree Energies IPO Allotment Date : आवंटन स्थिति की जांच करने से आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि आपने आवंटित शेयर प्राप्त किए हैं या नहीं। इससे आप अपने निवेश की योजना को आगे बढ़ा सकते हैं और अपने वित्तीय लक्ष्यों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं।

Waaree Energies IPO Allotment Date : आवंटन स्थिति की ऑनलाइन जांच कैसे करें

यदि आप Waaree Energies IPO में निवेश किए हैं और अपनी आवंटन स्थिति जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए गए सरल चरणों का पालन करें:

BSE पर Waaree Energies IPO आवंटन स्थिति कैसे चेक करें:

चरण 1: BSE की वेबसाइट पर जाएं:
यहाँ क्लिक करें

चरण 2: ‘Issue Type’ में ‘Equity’ का चयन करें।

चरण 3: ‘Issue Name’ ड्रॉपडाउन मेन्यू में ‘Waaree Energies Limited’ चुनें।

चरण 4: अपना आवेदन संख्या या पैन नंबर दर्ज करें।

चरण 5: ‘I am not a robot’ पर टिक करके ‘Search’ पर क्लिक करें।

आपकी Waaree Energies IPO आवंटन स्थिति अब आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।

Waaree Energies IPO Allotment Date : आवंटन स्थिति की जांच Link Intime पर कैसे करें

यदि आप Waaree Energies IPO में निवेश किए हैं और अपनी आवंटन स्थिति जानना चाहते हैं, तो Link Intime की वेबसाइट पर निम्नलिखित सरल चरणों का पालन करें:

Link Intime पर Waaree Energies IPO आवंटन स्थिति चेक करने के चरण:

चरण 1: Link Intime की वेबसाइट पर जाएं:
यहाँ क्लिक करें

चरण 2: ‘Select Company’ ड्रॉपडाउन मेन्यू में ‘Waaree Energies Limited’ का चयन करें।

चरण 3: PAN, आवेदन संख्या (App. No.), DP ID, या खाता संख्या (Account No.) में से किसी एक का चयन करें।

चरण 4: चयनित विकल्प के अनुसार विवरण दर्ज करें।

चरण 5: ‘Search’ पर क्लिक करें।

आपकी Waaree Energies IPO आवंटन स्थिति अब आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित होगी।

Waaree Energies IPO GMP आज: ग्रे मार्केट में तेज़ी

Waaree Energies IPO GMP आज शानदार तेजी दिखा रहा है। स्टॉक मार्केट विश्लेषकों के अनुसार, Waaree Energies के शेयर ग्रे मार्केट में ₹1,558 प्रति शेयर के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। इसका अर्थ है कि ग्रे मार्केट में Waaree Energies के शेयर अपने इश्यू प्राइस से ₹1,558 अधिक मूल्य पर बिक रहे हैं।

शेयर लिस्टिंग का अनुमान

Waaree Energies IPO GMP आज यह संकेत देता है कि शेयर की लिस्टिंग ₹3,061 प्रति शेयर पर हो सकती है। यह इश्यू प्राइस ₹1,503 प्रति शेयर पर होने के मुकाबले 104% का प्रीमियम दर्शाता है।

Waaree Energies IPO Allotment Date के विवरण

Waaree Energies Ltd ने अपने IPO को 21 अक्टूबर से 23 अक्टूबर के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए लॉन्च किया। इस आईपीओ के आवंटन की तारीख आज, 24 अक्टूबर है, और इसकी लिस्टिंग 28 अक्टूबर को होने की उम्मीद है।

Waaree Energies Ltd के इक्विटी शेयर दोनों प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज, BSE और NSE पर लिस्ट किए जाएंगे।

इस आईपीओ के माध्यम से, कंपनी ने निवेशकों से मजबूत प्रतिक्रिया प्राप्त की है, जो सौर ऊर्जा क्षेत्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत बनाने के लिए तत्पर है। यदि आप इस आईपीओ में निवेश करने का सोच रहे हैं, तो यह एक सुनहरा मौका हो सकता है।

Waaree Energies IPO Allotment Date : सभी महत्वपूर्ण विवरण

Waaree Energies IPO Allotment Date : Waaree Energies Ltd ने अपने IPO का प्राइस बैंड ₹1,427 से ₹1,503 प्रति शेयर निर्धारित किया। प्राइस बैंड के ऊपरी स्तर पर, कंपनी ने ₹4,321.44 करोड़ जुटाए, जिसमें 2.4 करोड़ नए इक्विटी शेयरों की ताजा निर्गम से ₹3,600 करोड़ और 48 लाख शेयरों की बिक्री ऑफर (OFS) से ₹721.44 करोड़ शामिल हैं।

इस आईपीओ ने निवेशकों से शानदार मांग प्राप्त की और आईपीओ के लिए अब तक की सबसे अधिक आवेदन संख्या के साथ रिकॉर्ड तोड़ दिया। Waaree Energies IPO को कुल मिलाकर 76.34 गुना सब्सक्राइब किया गया, जिसमें 2.10 करोड़ शेयरों के मुकाबले 160.91 करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं। इसने ₹2.41 लाख करोड़ से अधिक की सब्सक्रिप्शन राशि आकर्षित की।

यहाँ कैटेगरी के अनुसार सब्सक्रिप्शन का विवरण दिया गया है:

  • रिटेल कैटेगरी में 10.79 गुना सब्सक्रिप्शन
  • नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NII) में 62.49 गुना सब्सक्रिप्शन
  • क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIBs) का हिस्सा 208.63 गुना बुक किया गया।

Waaree Energies IPO Allotment Date : इस आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स में Axis Capital, IIFL Securities, Jefferies India, Nomura Financial Advisory And Securities (India), SBI Capital Markets, Intensive Fiscal Services और ITI Capital शामिल हैं। जबकि आईपीओ रजिस्ट्रार का काम Link Intime India Private Ltd द्वारा किया जाएगा।

इस आईपीओ में निवेश करने के इच्छुक सभी निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। यदि आप इस अवसर का लाभ उठाना चाहते हैं, तो जानकारी के लिए हमारे साथ जुड़े रहें! || Waaree Energies IPO Allotment Date

डिस्क्लेमर: उपरोक्त विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकर कंपनियों के हैं, और Mint के नहीं हैं। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।

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Hyundai IPO : बाजार में आई निराशा, निवेशकों को क्या करना चाहिए?

Hyundai IPO : हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ पिछले कुछ समय से चर्चाओं में बना हुआ था। कंपनी ने इसे देश के सबसे बड़े आईपीओ के रूप में प्रचारित किया, लेकिन निवेशकों से इसे ठंडा रिस्पॉन्स मिला। विशेष रूप से रिटेल निवेशकों ने ऊंचे वैल्यूएशन को देखते हुए आईपीओ से दूरी बनाने का निर्णय लिया, जिसके कारण इसकी लिस्टिंग पर निराशा हुई।

Hyundai IPO : उम्मीदों के खिलाफ निराशाजनक लिस्टिंग

हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ पिछले कुछ समय से चर्चाओं में बना हुआ था। कंपनी ने इसे देश के सबसे बड़े आईपीओ के रूप में प्रचारित किया, लेकिन निवेशकों से इसे ठंडा रिस्पॉन्स मिला। विशेष रूप से रिटेल निवेशकों ने ऊंचे वैल्यूएशन को देखते हुए आईपीओ से दूरी बनाने का निर्णय लिया, जिसके कारण इसकी लिस्टिंग पर निराशा हुई।

मार्केट में इसकी एंट्री 1.33 फीसदी के डिस्काउंट के साथ हुई। यह स्थिति उन निवेशकों के लिए चिंता का विषय है जो इस आईपीओ से बड़ी उम्मीदें लगाए हुए थे।

Hyundai IPO : निराशाजनक लिस्टिंग और निवेशकों की चिंताएँ

Hyundai IPO : देश के सबसे बड़े आईपीओ, हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड की आज शेयर मार्केट में एंट्री हो गई। यह आईपीओ 1.33 फीसदी डिस्काउंट के साथ 1934 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ। इसका मतलब यह है कि निवेशकों को लिस्टिंग के समय कोई लाभ मिलने के बजाय नुकसान का सामना करना पड़ा।

हालांकि, लिस्टिंग के बाद थोड़ी खरीदारी देखने को मिली, जो एक सकारात्मक संकेत हो सकता है।

Hyundai IPO : चर्चा के बावजूद कमजोर सब्सक्रिप्शन

हुंडई मोटर इंडिया का आईपीओ अपने साइज, वैल्यूएशन और ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) को लेकर काफी चर्चा में रहा। कंपनी ने इसे एक बड़े अवसर के रूप में प्रस्तुत किया, लेकिन इसके बावजूद इसे सब्सक्रिप्शन के लिहाज से अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिला।

विशेष रूप से, रिटेल निवेशकों ने इस आईपीओ से दूरी बनाकर रखी, जिससे कंपनी की उम्मीदों पर पानी फेरने वाला असर पड़ा।

Hyundai IPO : निवेशकों के लिए होल्ड या सेल?

हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था। हालांकि, लिस्टिंग के बाद यह निवेशकों को निराश कर गया है, और इसके बाद भी शेयर में गिरावट जारी है।

अब सवाल यह है कि क्या इसे होल्ड करना बेहतर है या बेच देना चाहिए। आइए जानते हैं इसके संभावित विकल्प:

  1. होल्ड करने के फायदे:
    • यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद धैर्य बनाए रखना लाभकारी हो सकता है।
    • अगर कंपनी अपनी रणनीतियों को सही तरीके से लागू करती है, तो भविष्य में शेयर की कीमत में सुधार हो सकता है।
  2. बेचने के कारण:
    • यदि आप तात्कालिक लाभ की तलाश में हैं, तो गिरती कीमतों को देखते हुए बेचना उचित हो सकता है।
    • बाजार में और बेहतर निवेश के अवसर मिल सकते हैं, जिनमें आपका धन बेहतर तरीके से बढ़ सकता है।

देश के सबसे बड़े आईपीओ, हुंडई मोटर इंडिया का आज शेयर बाजार में लिस्टिंग हुआ। दक्षिण कोरिया की कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी हुंडई की भारतीय यूनिट ने 1,960 रुपये के ऑफर प्राइस के मुकाबले एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ बाजार में एंट्री की।

इस गिरावट के कारण उन निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है जिनका आईपीओ अलॉटमेंट में नाम आया था।

Hyundai IPO : लिस्टिंग के बाद निवेशकों की निराशा

हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के 27,870 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया गया था। लेकिन लिस्टिंग पर यह निवेशकों को निराश करने में सफल रहा है। लिस्टिंग के बाद भी शेयर में गिरावट जारी है, जिससे यह सवाल उठता है कि क्या निवेशकों को इसे होल्ड करना चाहिए या बेच देना चाहिए। आइए जानते हैं एक्सपर्ट्स की राय।

कितने पर हुई लिस्टिंग || Hyundai IPO

बीएसई पर शेयर 1,931 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो ऑफर प्राइस से 1.47 प्रतिशत की गिरावट दर्शाता है। हालांकि, बाद में कुछ सुधार देखने को मिला और शेयर 0.44 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,968.80 रुपये के उच्च स्तर पर पहुंच गया। लेकिन इसके बाद फिर से 0.74 प्रतिशत की गिरावट आई और यह 1,945.40 रुपये पर कारोबार कर रहा था।

वहीं, एनएसई पर शेयर की शुरुआत 1.32 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,934 रुपये पर हुई। कंपनी का मार्केट कैप शुरुआती कारोबार में 1,57,807.67 करोड़ रुपये रहा।

एक्सपर्ट की राय: Hyundai IPO में लॉन्ग टर्म में संभावनाएँ

Hyundai IPO : बाजार के जानकारों के अनुसार, भले ही लिस्टिंग पर निवेशकों को कोई लाभ नहीं मिला, लेकिन लॉन्ग टर्म में इस शेयर में अच्छी कमाई की संभावना है। एक अन्य एक्सपर्ट का मानना है कि निवेशक इस शेयर में लंबी अवधि के लक्ष्य सेट करके लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में मास्टर कैपिटल सर्विसेज के हवाले से कहा गया है कि फ्लैट लिस्टिंग के बावजूद कंपनी की उद्योग की प्रतिकूल परिस्थितियों, मजबूत वित्तीय स्थिति और एसयूवी उत्पादों की उच्च मांग के बीच स्थिर विकास की संभावनाएँ हैं। ऐसे में इसमें आगे कमाई की संभावना बनी हुई है।

नोमुरा ने हुंडई मोटर के स्टॉक पर 2,472 रुपये का टार्गेट प्राइस निर्धारित किया है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि कंपनी स्टाइल और टेक्नोलॉजी पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसके चल रहे प्रीमियमाइजेशन से उच्च गुणवत्ता वाली ग्रोथ मिलने की उम्मीद है।

Hyundai IPO : वहीं, मार्केट में हिस्सेदारी को ध्यान में रखते हुए, मैक्वेरी ने हुंडई मोटर पर आउटपरफॉर्म रेटिंग और 2,235 रुपये का टार्गेट प्राइस दिया है।

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Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया के IPO की लिस्टिंग कल, बाजार में हलचल

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया के IPO की लिस्टिंग कल, बाजार में हलचल

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के अनलिस्टेड शेयर ग्रे मार्केट में 95 रुपये की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं, जो पब्लिक इश्यू से 4.85% की लिस्टिंग लाभ को दर्शाता है। जानें अधिक जानकारी और निवेश के लिए संभावनाएँ।

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया IPO लिस्टिंग की तारीख

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के शेयर मंगलवार को बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे। ग्रे मार्केट में अनलिस्टेड शेयर अब सकारात्मक संकेत दे रहे हैं, जो 4.85 प्रतिशत के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे हैं। यह निवेशकों के लिए लिस्टिंग लाभ का संकेत है।

यह विकास पिछले सप्ताह के लगभग -2 प्रतिशत GMP की तुलना में काफी सकारात्मक है, जो निवेशकों के लिए नुकसान का संकेत दे रहा था। ऐसे में, ह्युंडई मोटर इंडिया का IPO अब निवेशकों के लिए एक संभावित अवसर बन गया है।

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम

हालिया ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) के अनुसार, ह्युंडई मोटर इंडिया के शेयरों से कल, 22 अक्टूबर को लगभग 5 प्रतिशत का लिस्टिंग लाभ मिलने की संभावना है।

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया का IPO, जो जनता के लिए 15 से 17 अक्टूबर के बीच खुला था, ने 2.37 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त किया। इसमें रिटेल निवेशकों का कोटा (0.50 गुना) और गैर-संस्थागत निवेशकों का कोटा (0.60 गुना) भी ओवरसब्सक्राइब हुआ। हालांकि, क्यूआईबी श्रेणी में सबसे अधिक सब्सक्रिप्शन (6.97 गुना) प्राप्त हुआ, जिससे कुल सब्सक्रिप्शन संख्या में वृद्धि हुई।

यह 27,870.2 करोड़ रुपये का IPO एक पूर्ण ऑफर-फॉर-सेल (OFS) है, जिसमें कंपनी की दक्षिण कोरियाई पैरेंट कंपनी अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा डिल्यूट कर रही है। इसे 9,97,69,810 शेयरों के मुकाबले 23,63,26,818 शेयरों के लिए बोली मिली है।

Hyundai IPO Listing Date || ह्युंडई मोटर इंडिया IPO: भारत का सबसे बड़ा IPO

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया का IPO भारत का सबसे बड़ा IPO बन गया है, जिसने LIC के 21,000 करोड़ रुपये के IPO को आसानी से पीछे छोड़ दिया, जो अब तक के इतिहास में सबसे बड़ा IPO था।

इस बहुप्रतीक्षित IPO की कीमत की सीमा 1,865 रुपये से लेकर 1,960 रुपये प्रति शेयर तय की गई थी।

ह्युंडई मोटर इंडिया के इस IPO ने निवेशकों में काफी उत्साह पैदा किया है और इसके जरिए कंपनी अपने विकास को आगे बढ़ाने की योजना बना रही है।

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP)

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के अनलिस्टेड शेयर वर्तमान में ग्रे मार्केट में अपने इश्यू प्राइस से 95 रुपये अधिक ट्रेड कर रहे हैं। यह 95 रुपये का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) दर्शाता है कि ग्रे मार्केट में निवेशक 4.85 प्रतिशत का लिस्टिंग लाभ देखने की उम्मीद कर रहे हैं।

यह GMP बाजार की भावनाओं पर आधारित होता है और समय के साथ बदलता रहता है। शुक्रवार, 18 अक्टूबर को GMP -32 रुपये था, जो नकारात्मक लिस्टिंग का संकेत दे रहा था।

इस जानकारी से निवेशकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि ह्युंडई मोटर इंडिया का IPO कैसा प्रदर्शन कर सकता है, और वे अपनी निवेश रणनीतियों को इसके अनुसार तैयार कर सकते हैं।

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में बदलाव

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई मोटर इंडिया के IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) लगातार गिरावट का सामना कर रहा था। 9 अक्टूबर को यह 175 रुपये था, जो बुधवार को बोली के अंतिम दिन सिर्फ 5 रुपये पर आ गया। लेकिन लिस्टिंग से एक दिन पहले, सोमवार को, इसमें अचानक सुधार हुआ है और अब यह 95 रुपये पर पहुंच गया है।

‘ग्रे मार्केट प्रीमियम’ यह दर्शाता है कि निवेशक इश्यू प्राइस से अधिक भुगतान करने के लिए तैयार हैं। यह निवेशकों की भावना और बाजार की स्थिति को दर्शाता है, जो संभावित लिस्टिंग लाभ का संकेत देता है।

Hyundai IPO Listing Date: महत्वपूर्ण जानकारी

ह्युंडई मोटर इंडिया ने 1996 में भारत में अपनी गतिविधियों की शुरुआत की और वर्तमान में विभिन्न श्रेणियों में 13 मॉडल बेचती है।

कंपनी ने अपने ड्राफ्ट दस्तावेजों में कहा है, “हमारी कंपनी को उम्मीद है कि शेयरों की लिस्टिंग से हमारी दृश्यता और ब्रांड छवि में सुधार होगा, साथ ही यह शेयरों के लिए एक सार्वजनिक बाजार और तरलता प्रदान करेगा।”

Hyundai IPO Listing Date : ह्युंडई ने अपनी भारत की गतिविधियों की शुरुआत सैंट्रो हैचबैक से की, जो कभी उसकी सबसे अधिक बिकने वाली कार थी। वर्तमान में, ह्युंडई भारत में कार निर्माताओं में दूसरे स्थान पर है, जिसमें उसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग 15% है। वित्तीय वर्ष 2024 में, उसने भारत में 614,721 कारें बेचीं और 163,155 इकाइयां निर्यात कीं।

ह्युंडई का एक कारखाना तमिलनाडु के चेन्नई के पास है, जिसे एशिया का डेट्रॉइट कहा जाता है। यह कारखाना सालाना 824,000 इकाइयों की क्षमता रखता है और 94% की उपयोगिता दर पर चल रहा है, जिससे इसके विस्तार की संभावनाएं सीमित हैं।

ह्युंडई का लक्ष्य 2026 के मार्च तक एक पूर्व जनरल मोटर्स प्लांट का अधिग्रहण कर सालाना लगभग 1 मिलियन इकाइयों के उत्पादन तक पहुंचना है।

Hyundai IPO Listing Date : भारत में ह्युंडई के 1,377 डीलर हैं। कंपनी 13 मॉडल बेचती है, जिनमें ‘क्रेटा’ और ‘वेन्यू’ एसयूवी के साथ ‘ग्रैंड आई10 नियोस’ हैचबैक सबसे अधिक बिकने वाले मॉडल हैं।

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